फ्रांस ने अपने नागरिकों के लिए कोरोना वायरस का टेस्ट किया बिलकुल मुफ्त
1 min readकोरोना वायरस ने दुनिया के विकसित देशों की स्वास्थ्य व्यवस्था को भी काफी नुकसान पहुंचाया है. हालांकि फ्रांस ने अपने नागरिकों के लिए कोरोना वायरस का टेस्ट बिलकुल मुफ्त कर दिया है.
स्वास्थ्य मंत्री ओलिवर वेरन ने रविवार को ऐलान किया है कि जो भी व्यक्ति कोरोना टेस्ट कराना चाहे उसका स्वागत है, ये सरकार की तरफ से बिलकुल मुफ्त है.
वेरन ने आगे कहा कि निजी अस्पतालों से टेस्ट कराने या पहले कराए गए टेस्ट के लिए भी रिफंड की व्यवस्था की गई है.
वेरन ने एक अखबार से बातचीत में कहा, ‘मैंने इस शनिवार को एक आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं कि आज से कोई भी PCR टेस्ट को पूरी तरह रीइम्बर्स करा सकता है. उसके लिए डॉक्टर के आदेश या वैध वजह की जरूरत नहीं है.
बिना लक्षण वाले लोगों पर भी यह नियम लागू होगा.’ वरेन ने बढ़ते कोरोना के मामलों पर चिंता तो जताई मगर कहा कि सेकेंड वेव की बात करना अभी जल्दीबाजी होगी.
उन्होंने कहा- ‘हम इस वक्त सेकेंड वेव की बात नहीं कर सकते लेकिन एक चीज जरूर है, हमने पिछले कुछ दिनों में केसेज तेजी से बढ़ते देखे हैं जबकि लगातार 13 हफ्तों तक केसेज घट रहे थे.’
वेरन ने युवाओं से सावधान रहने और वायरस को हल्के में न लेने की अपील की. कोविड-19 की शुरुआत से लेकर अबतक फ्रांस में 217,801 मामले सामने आ चुके हैं जबकि करीब 30,192 लोगों की मौत हो चुकी है.
उधर ब्रिटेन की तरफ से सुरक्षित देशों की सूची से हटाए जाने के बाद स्पेन ने कहा है कि देश में कोविड-19 के जो भी मामले सामने आ रहे हैं, उन्हें आइसोलेशन में रखा जा रहा है और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में हैं.
स्पेन की ओर से आधिकारिक तौर पर यह बयान ब्रिटेन की ओर से स्पेन से लौटने वाले लोगों पर 14 दिनों के क्वारंटीन वाले फ़ैसला लागू करने के बाद आया है.
हाल में स्पेन में लॉकडाउन में ढील देने के बाद संक्रमण के मामले तेज़ी से बढ़े हैं, इसको देखते हुए कई इलाक़ों में मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य किया गया है.
लेकिन स्पेन के विदेश मंत्री ने कहा है स्पेन पूरी तरह सुरक्षित है, अपने नागरिकों के लिए भी और पर्यटकों के लिए भी.
उधर दूसरी ओर ब्रिटिश विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने कहा है कि उनकी सरकार स्पेन से लौटने वाले लोगों को क्वारंटीन में रखने के फ़ैसले को लेकर माफ़ी नहीं मांग सकती.