कैदी के गुप्तांग में मोबाइल मिलने के मामले में जांच शुरू, जानिए क्या है पूरा मामला राजस्थान का :-
1 min readजोधपुर के केंद्रीय कारागृह में बंदी के गुप्तांग में मिले 4 मोबाइल के मामले में दो जेल प्रहरीयों को गिरफ्तार किया गया है ,जिन को अदालत में पेश कर पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है जहां इनसे पूछताछ की जा रही है वही बंदी देवाराम को स्वस्थ होने के बाद पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तारी बता कर वापस जेल भिजवा दिया है।
रातानाडा थानाधिकारी रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि बंदी देवाराम को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया। जिसने पूछताछ में बताया कि जेल में उसे चार मोबाइल जेल प्रहरी विश्रोईयान की ढाणिया रोहट निवासी कैलाश विश्रोई व भीनमाल के पुनासा निवासी अशोक विश्रोई ने दिए थे। इसके बाद तकनीकी सहायता से कैदी के आरोपों की पुष्टि की गई जिसके बाद पता जेल प्रहरी अशोक कुमार व कैलाश को गिरफ्तार कर लिया गया।
मामले के अनुसार जुना पतरासर बाड़मेर निवासी देवाराम पुत्र भीखाराम भील की 19 अगस्त को जेल में अचानक पेट में दर्द की शिकायत हुई थी। जिस पर उसे जेल के चिकित्सकों ने देखा।
पता चला कि उसके गुप्तांग में मोबाइलनुमा कोई वस्तु है। जिस पर जेल अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी ने उसने तुरंत एमडीएम अस्पताल में भिजवाया। जहां ऑपरेशन के बाद बंदी देवाराम के पेट से चार मोबाइल निकाले गए थे। थानाधिकारी शर्मा ने बताया कि देवाराम को जेल भिजवाया गया है। जबकि जेल प्रहरी कैलाश व अशोक विश्रोई को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है।
इसके अलावा दोनों जेल प्रहरीयों की विभागीय जांच भी शुरू हो गई है जिसको लेकर जेल प्रशासन सख्त रुख अख्तियार किया हुआ है। दोनों पर जेल प्रशासन की गाज गिर सकती है।