पुरे भारत में हुआ रावण दहन देखिये कुछ तस्वीरें :-
1 min readआज देश भर में दशहरे या विजयादशमी का पर्व मनाया जा रहा है। कोरोना संकट को देखते हुए सारी सावधनियों को ध्यान में रखकर त्योहार मनाया जा रहा है। हर साल की तरह इस साल भी रावण दहन के आयोजन तो हो रहे हैं लेकिन मॉस्क और शारीरिक दूरी का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। शाम 6 बजे बाद से देश भर में सार्वजनिक दशहरा उत्सव समितियों द्वारा रावण दहन का कार्यक्रम आरंभ कर दिया गया। इसके अलावा कॉलोनियों, मोहल्लों में भी रावण दहन हुए। जानिये देश भर में कहां कैसा माहौल है।
लखनऊ: यहां विजयादशमी समारोहों के लिए ऐशबाग राम लीला ग्राउंड पर रावण के पुतले बनाए गए हैं। साथ ही कोरोनोवायरस की चित्रात्मक प्रस्तुति दिखाई गई है। आयोजकों का कहना है कि रावण दहन भीड़ से बचााने के लिए ऑनलाइन स्ट्रीम किया जाएगा।
नीमच : मप्र के नीमच में दशहरा मैदान पर हुआ रावण दहन। समाजसेवी,कलेक्टर व अन्य लोग थे मौजूद। आम जनता बेहद सीमित संख्या में पहुंची। निजी चैनल ने किया लाइव प्रसारण।
इंदौर: दशहरा मैदान पर होलकर राजवंश के शमी पूजन शुरू। पूजन के बाद ही होता है रावण दहन। एकता सहयोग समिति ने उषागंज छावनी में 21 फीट के कटआउट का रावण बनाया जिसका 7 बजे दहन किया गया।
प्रयागराज : विजयादशमी पर प्रयागराज में कोरोना रूपी रावण का दहन किया गया। रामलीला में दम्भ, अत्याचार व बुराई के प्रतीक रावण के वध की लीला हुई। श्रीदारागंज रामलीला कमेटी ने कोरोना महामारी रूपी रावण के पुतले का दहन कराया। लीला स्थल पर प्रभु श्रीराम राम ने रावण के पुतले को तीर मारा तो वो धू-धू करके जलने लगा। मौके पर मौजूद दर्शकों ने भगवान श्रीराम का जयकारा लगाकर खुशी व्यक्त की।
पजावा इसी प्रकार श्रीमहंत बाबा हाथीराम पजावा रामलीला कमेटी के तत्वाधान में इस वर्ष कोविड-19 को ध्यान में रखकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए रावण वध पजावा राम लीला मैदान अतरसुइया के प्रांगण में कराया गया। कमेटी ने इस बार राम लीला नहीं कराया। लेकिन रावण वध की परंपरा का निर्वहन किया।
नोएडा के सेक्टर 21 में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया।
पंजाब: दशहरा पर आज लुधियाना के दरेसी दशहरा ग्राउंड में रावण का 30 फीट लंबा पुतला जलाया गया।
माँ दुर्गा पूजा पंडालों में रविवार को भी भक्तों की भीड़ रही। लूकरगंज, अल्लापुर, जार्जटाउन, अतरसुइया, मीरपुर सहित हर दुर्गा पूजा पंडाल में बच्चे, युवा व बुजुर्ग दर्शन पूजन के लिए पहुँचे। कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए माँ का दर्शन कर आशीष लिया। दुर्गा पूजा कमेटियां सोमवार को माँ की प्रतिमा का विसर्जन करेंगी। प्रशासन ने अंदावा स्थित तालाब में प्रतिमा विर्सजन की व्यवस्था की है। उसी तालाब में कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए विसर्जन किया जाएगा।
एक ओर जहां आज विजयदशमी के मौके पर पूरे देश में रावण के पुतलों का दहन किया जाता है, वहीं दूसरी ओर यहां पर एक स्थान ऐसा भी है जहां रावण के पुतले की पूजन की जाती है। गाजे-बाजे के साथ पहुंचकर ग्रामीण उनकी पूजन-अर्चना करते हैं। अंत में भाले से नाभी को टच करने के बाद कार्यक्रम समाप्त होता है। क्षेत्र की खुशहाली के लिए कामना करते हैं। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है।
नेशनल हाइवे क्रमांक 3 आगरा-मुंबई हाईवे पर स़डक किनारे वर्षों से एक खेत में रावण व कुंभकरण के पुतले बने हुए हैं। यहां पर विजयदशमी के दिन समीपस्थ ग्राम भाटखे़डी के ग्रामीण रामलीला के पात्रों के साथ रथ पर भगवान श्रीराम, लक्ष्मण व हनुमान सहित वानर सेना के पात्र यहां गाजे-बाजे के साथ दोपहर में जुलूस के रूप में पहुंचते हैं। यहां पहुंचने के बाद करीब 2-3 घंटे रामलीला का मंचन होता है। इस मौके पर गांव के पटेल शिवनारायण यादव द्वारा रावण व कुंभकरण के पुतलों की विधि-विधान के साथ पूजन-अर्चना की जाती है। इसके बाद प्रतीक स्वरूप उनकी नाभी को भाले से रामजी के पात्र द्वारा टच की जाती है व कार्यक्रम का समापन कर दिया जाता है।
पहले थे मिटटी के पुतले, फिर करवाए पक्के यहां पर रावण व कुंभकरण के पहले मिटटी के पुतले हुआ करते थे। बारिश के समय वह बेकार हो जाते थे। ऐसे में दशहरा आने के पहले उन्हें ठीक करवाए जाते थे। लेकिन वर्षों पूर्व उन्हें फिर सीमेंट से पक्के बनवा दिए गए हैं, तब ही से वह उसी रूप में खेत में स्थापित है। हालांकि रंग-रोगन फीका प़डने पर उनका रंग-रोगन जरूर करवा दिया जाता है।