September 26, 2024

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कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बरैया का एक और वीडियो वायरल, झांसी की रानी को लेकर दिया था विवादित बयान:-

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भांडेर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी फूलसिंह बरैया के एक के बाद एक विवादित वीडियो सामने आ रहे हैं, जो फेसबुक, ट्वीटर आदि सोशल मीडिया मंचों पर खासा वायरल हो रहे हैं। बरैया का एक और विवादित वीडियो सामने आया है, जिसमें वे झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का उपहास उड़ा रहे हैं और खासा विवादित टिप्पणी कर रहे हैं।

Phool Singh Baraiya congress nominated as Rajya Sabha candidate in mp

वीडियो में जिस मंच से बरैया संबोधन कर रहे हैं, उसमें लगे होर्डिंग में यह साफ उल्लेख है कि 9 अक्टूबर 2015 में मेला ग्राउंड में आरक्षण समर्थक महारैली कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। जहां हजरों लोगों को संबोधित करते हुए कह रहे हैं कि…रानी लक्ष्मी बाई कोई वीरांगना नहीं थी। वो तो अपने बच्चे को लेकर झांसी से भागी थी। ग्वालियर में आकर उन्होंने आत्महत्या की थी। ऐसे में लक्ष्मीबाई को वीरांगना नहीं कहा जाना चाहिए।

बरैया के अमर्यादित बोल, उन्हीं की जुबानी… खूब लड़ी मर्दनी वो तो झांसी वाली रानी है…बुंदेले हरबोलो के मुंह हमने सुनी कहानी हैं। सुनी ही है, यह तो लिखी भी नहीं, क्यों सुनते हो तुम..?युद्ध का मैदान कहां था…झांसी। और मरी आत्महत्या करके (रानी लक्ष्मीबाई) ग्वालियर में। वीरांगना उसी को कहते हैं जो युद्ध के मैदान में मरे। युद्ध का मैदान झांसी में था, मरी थी लक्ष्मीबाई ग्वालियर में ‘आत्महत्या करके”। आत्महत्या करने वाले को अगर वीरांगना कहा, तो रोज 10 लड़कियां आत्महत्या कर रही हैं, उन्हें भी लिखो कि वीरांगना हैं ये…दिमाग से सोचिए आप..लिखी हुई और सुनी हुई बातें मत करिए। कौन लड़ा था मालुम है? इसके बारे में पढ़ियो। झलकारी बाई कोरिन हमारी बहन लड़ी थी झांसी में…ये तो बच्चे को ले करके भाग रही थीं, ये लड़ी नहीं हैं, एक मिनट नहीं लड़ीं। और लिख दिया खूब लड़ी मर्दानी…ओहहह..हो…हो…

सवर्ण व महिलाओं पर अमर्यादित बयान भी हुआ था वायरल…

इससे पहले भी फूलसिंह बरैया का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बवाल मचा चुका है। जिसमें वे मुस्लिम व दलितों को एक माता-पिता की संतान बता रहे हैं व हिंदुओं को देश से बाहर खदेड़ देने तक की बात कह रहे हैं। सवर्ण वर्ग व महिलाओं को लेकर भी वीडियों बहुत ही स्तरहीन व अमर्यादित टिप्पणी बरैया द्वारा की गई है। हालांकि यह वीडियो भी पुराना बताया गया। मगर इस वीडियो के वायरल होने के बाद सवर्ण समाज में खासा आक्रोश देखा गया। ग्वालियर-चंबल अंचल के साथ ही प्रदेशभर में बरैया के पुतले जलाए गए व अन्य ढंग से भी विरोध प्रदर्शन किया गया।

बरैया के पूर्व वायरल वीडियो की जांच कर आयोग को भेजी

कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बरैया के पूर्व में जारी वीडियो को लेकर चुनाव आयोग ने कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी थी। उप जिला निर्वाचन अधिकारी अशोक सिंह चौहान ने बताया कि पूर्व कलेक्टर संजय कुमार ने यह रिपोर्ट परीक्षण और जांच के लिए तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ को भेजी थी। नए पुलिस अधीक्षक गुरु करण सिंह से जब इस संदर्भ में बात की गई तो उन्होंने बताया कि बरैया संबंधित वीडियो की परीक्षण रिपोर्ट जांच कर जिला प्रशासन को बंद लिफाफे में तत्कालीन एसपी ने ही भेज दी थी। चुनाव आयोग संबंधी रिपोर्ट यह तत्कालीन एसपी के कार्यकाल में ही सौंप दी गई थी। वर्तमान स्थिति में पुनः पता करना होगा कि वीडियो परीक्षण जांच में क्या पाया गया। इसकी अभी उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

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