श्याेपुर में सिलिंडर में गैस कम, अकाउंट में नहीं आती सब्सिडी, उपभोक्ता परेशान :-
1 min readएक तो महंगा गैस सिलिंडर, ऊपर से उसमें गैस कम। जी, हां गैस सिलिंडर में ऐसी शिकायतें आम हो गई हैं। उपभोक्ताओं को सिलिंडर बदलने गैस एजेंसी के चक्कर लगाना पड़ रहे हैं। दीपावली का त्योहार आते ही उपभोक्ताओं के यहां सिलिंडर समय पर नहीं पहंच रहे हैं और जो पहुंच रहे हैं, इसमें से अधिकांश सिलिंडर लीकेज व कम गैस कम निकल रही है। जिससे सिलेंडर जल्दी खत्म हो जाता है। ऐसे में उपभोक्ता के न केवल पैसे ज्यादा जा रहे हैं, बल्कि उसे गैस भी कम मिल रही है। साथ ही ऑनलाइन सिलिंडर बुक करने के बाद महीनों तक उपभोक्ता के अकाउंट में सब्सिडी नहीं पहुंच रही है।
शहर में सिलिंडर बुकिंग के बाद अधिकांश लोगों को सब्सिडी उनके अकाउंट में नहीं आ रही है। बड़ौदा राेड कॉलोनी निवासी जानू खान ने बताया कि उन्होंने 22 अक्टूबर को सिलिंडर बुक किया था। हॉकर ने 28 अगस्त को सिलिंडर दे दिया, लेकिन सब्सिडी अभी तक खाते में नहीं पहुंची है। यह समस्या सिर्फ श्री खान की नहीं, बल्कि अधिकांश लोगों की है। सिलिंडराें में गैस कम निकलने की शिकायत को देखते हुए बैंगलुरू के एलपीजी इक्विपमेंट रिचर्स सेंटर से सिलिंडराें के लिए सील तैयार करवाई है। यह सील बाटलिंग प्लांट में सिलिंडर के ऊपर लगाई जाएगी। एक बार टूटने के बाद इस सील को जोड़ा नहीं जा सकेगा। यदि सील टूटा हुआ सिलिंडर उपभोक्ता के घर पहुंचता है तो समझों के सिलिंडर से गैस निकाली गई है।
सलापुरा निवासी संगीता देवी के यहां हॉकर 20 दिन पहले सिलिंडर दे गया। बुधवार को सिलिंडर खत्म हो गया है, जब उसे हिलाकर देखा तो उसमें करीब 2 लीटर पानी निकला।
बस स्टैंड के पीछे निवासी उदयसिंह के यहां शुक्रवार को सिलिंडर आया। हॉकर के जाने के बाद वे सिलिंडर अंदर ले गए तो उन्हें गैस कम होने की आशंका हुई। इसके बाद उन्होंने सिलिंडर का वजन कराया तो उसमें 1 किलो गैस कम थी। श्री सिंह ने एजेंसी पर शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। हॉकर सिलिंडर की सील हटाकर गैस निकालने में माहिर होते हैं। हॉकर गोदाम से सिलिंडर लेकर जाते हैं और रास्ते में ही भरे सिलिंडर से एक से डेढ़ किलो गैस निकालकर खाली सिलिंडर में भर लेते हैं। बाद में इसे ब्लैक कर बेच देते हैं।
हॉकर उपभोक्ता के घर डिलीवरी से पहले सिलिंडर तौल के नहीं दिखाते।
शहर में पिछले 1 महीने से सिलिंडर में पानी निकलने की शिकायत आई है, सिलिंडर में महज आठ से दस किलो गैस थी, बाकी पानी भरा था।
घरेलू गैस सिलिंडर में 14.2 किलो गैस होनी चाहिए।
सिलिंडर गैस निकालने के नोजल पर सील लगी होनी चाहिए।
उपभोक्ता के घर पर डिलीवरी देने से पहले हॉकर को तौल मशीन से सिलिंडर का वजन चेक कराकर देना चाहिए |
डिलीवरी लेने से पहले उपभोक्ता हॉकर के पास उपलब्ध मशीन से सिलिंडर तौल कर देख लें।
यदि कम गैस का सिलिंडर आ भी गया है तो बिना सील खोले एजेंसी को सूचित करें।
सुनवाई न होने पर उपभोक्ता गैस कंपनी के अफसरों व जिला आपूर्ति अधिकारी के यहां शिकायत कर सकते हैं।
4 दिन पहले बुकिंग का सिलिंडर आया। सिलिंडर उठाकर देखा तो वजन कम लगा। संदेह होने पर सिलिंडर तुलवाया तो उसमें 1 किलो गैस कम थी। मौके पर दूसरा सिलिंडर तौल कर लिया।
बुकिंग के 7 दिन बाद सिलिंडर आया। जल्दबाजी में सिलिंडर चेक नहीं कर पाए। 25 दिन में ही सिलिंडर खत्म हो गया। जबकि परिवार में महज 3 लोग हैं।
सिलिंडर लेते समय उपभोक्ता हॉकर से वजन करवाए। अगर वह मना करता है तो एजेंसी या हमारे यहां पर शिकायत दर्ज कराएं। उपभोक्ता के खाते में सीधे सब्सिडी आती है। अगर उपभोक्ता के खाते में राशि नहीं पहुंच रही है तो वह एजेंसी पर जाकर चेक करवा सकता है।