कृषि मंत्री के बातचीत के प्रस्ताव पर सिंघु बॉर्डर पर किसानों की बैठक :-
1 min readकेंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ छठे दिन भी दिल्ली की सीमा पर किसानों का धरना-प्रदर्शन जारी। इन कानूनों के बारे में किसानों को आशंका है कि इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य समाप्त हो जाएगा। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आज किसानों को दोपहर 3 बजे चर्चा के लिए बुलाया। किसान आंदोलन को लेकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर मोदी के मंत्रियों की महत्वपूर्ण बैठक।
-बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के शामिल होने की संभावना |
कृषि मंत्री के बातचीत के प्रस्ताव पर सिंघु बॉर्डर पर किसानों की बैठक जारी।
-रक्षा मंत्री राजनाथसिंह की अगुवाई में किसानों के साथ बैठक करेंगे मोदी के 3 मंत्री।
-बैठक में नरेंद्र तोमर और राजनाथसिंह भी होंगे शामिल।
-टिकरी बॉर्डर पर सुबह 11 बजे हरियाणा के किसानों की प्रेस कॉन्फ्रेंस। राहुल गांधी का ट्वीट, अन्नदाता सड़कों-मैदानों में धरना दे रहे हैं, और ‘झूठ’ टीवी पर भाषण! किसान की मेहनत का हम सब पर क़र्ज़ है। ये क़र्ज़ उन्हें न्याय और हक़ देकर ही उतरेगा, न कि उन्हें दुत्कार कर, लाठियाँ मारकर और आंसू गैस चलाकर। जागिए, अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए।
पंजाब किसान संघर्ष कमेटी के नेता सुखविंदर एस सभरन ने कहा कि देश में 500 से ज्यादा किसान संगठन, सरकार ने केवल 32 को बातचीत के लिए बुलाया। उन्होंने साफ कहा कि हम बातचीत के लिए तब तक नहीं जाएंगे जब तक सभी को नहीं बुलाया जाता। कृषि मंत्री के बुलावे पर कुछ ही देर में किसानों की बैठक।
-सिंघु बॉर्डर पर होगी किसानों की बैठक। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के नेताओं को कोविड-19 महामारी एवं सर्दी का हवाला देते हुए 3 दिसंबर की जगह मंगलवार को बातचीत के लिए आमंत्रित किया।
-तोमर ने कहा, ‘कोरोना वायरस महामारी एवं सर्दी को ध्यान में रखते हुये हमने किसान यूनियनों के नेताओं को तीन दिसंबर की बैठक से पहले ही चर्चा के लिए आने का न्यौता दिया है।’
-उन्होंने बताया कि अब यह बैठक 1 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी के विज्ञान भवन में दोपहर 3 बजे बुलाई गई है। उन्होंने बताया कि 13 नवंबर को हुई बैठक में शामिल सभी किसान नेताओं को इस बार भी आमंत्रित किया गया है।