सिंघु बॉर्डर पर कुछ ही देर में किसानों की बैठक, तय होगी आगे की रणनीति :-
1 min readसिंघु बॉर्डर पर कुछ ही देर में किसानों की बैठक, तय होगी आगे की रणनीति सुबह 11 बजे सिंघु बॉर्डर पर किसानों की बैठक, तय होगी आगे की रणनीति।
-कल बैठक में हुई बातों पर विस्तार से होगी चर्चा।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का ट्वीट, ‘मैं किसानों, उनके जीवन और आजीविका के बारे में बहुत चिंतित हूं। भारत सरकार को किसान विरोधी कानूनों को वापस लेना चाहिए। अगर ऐसा तुरंत नहीं किया जाता है, तो हम पूरे राज्य और देश में आंदोलन करेंगे। हम इन किसान विरोधी कानूनों का कड़ा विरोध करते हैं।’ NH 24 पर स्थित गाजियाबाद बॉर्डर आज भी यातायात के लिए बंद।
-टिकरी बॉर्डर, झड़ोदा बॉर्डर पर भी वाहनों की आवाजाही नहीं, बदुसराय बॉर्डर से केवल कारों और 2 पहिया वाहनों के आवागमन की अनुमति।
-सिंघु, लंपुर, सफियाबाद, सबोली बॉर्डर भी बंद। NH-44 भी दोनों ओर से बंद।
-किसान आंदोलन की वजह से 9 दिन से दिल्ली से लगी सीमाओं पर यातायात प्रभावित। लोग परेशान।
दिल्ली SGPC ने कंगना रनौत को नोटिस दिया। किसान आंदोलन में शामिल महिला पर कंगना ने की थी आपत्तिजनक टिप्पणी।
-आंदोलन में शामिल बुजुर्ग महिला को बताया था दिहाड़ी मजदूर। कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की अगुवाई में तीन केंद्रीय मंत्रियों के साथ आंदोलनकारी किसानों के प्रतिनिधिमंडल की बैठक गुरुवार को भी बेनतीजा रही। एक सप्ताह के भीतर सरकार और किसान नेताओं के बीच यह दूसरी बैठक थी। लगभग 8 घंटे चली इस बैठक में किसान नेता नए कृषि कानूनों को रद्द करने पर जोर देते रहे।
-विभिन्न किसान संगठनों के लगभग 40 नेताओं के साथ बैठक के दौरान सरकार ने अपनी ओर से उनकी सभी वैध चिंताओं पर ध्यान दिए जाने का आश्वासन दिया और कहा कि उनपर खुले दिमाग से विचार किया जायेगा।
-किसान नेताओं ने कृषि कानूनों में कई खामियों और विसंगतियों को उजागर किया। किसान नेताओं का कहना था कि इन कानूनों को जल्दबाजी में पारित किया गया।
-अगले दौर की बातचीत शनिवार को दोपहर दो बजे होगी।