पुलवामा में शहीद हुए श्योराम को चार साल के
1 min readजम्मू और कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों से लड़ते शहीद हुए सैनिक श्योराम का राजस्थान के झुंझुनूं जिले में खेतड़ी तहसील में स्थित उनके पैतृक गांव टिब्बा में आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद के चार वर्ष के पुत्र खुशांक ने उन्हें मुखाग्नि दी। इससे पहले शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ऱघु शर्मा और परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, विधायक जितेन्द्र सिंह तथा अन्य जनप्रतिनिधियों ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा और शहीद को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
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शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल लोगों ने भारत जिन्दाबाद, पाकिस्तान मुदार्बाद, श्योराम अमर रहे आदि नारे लगाये। इस अवसर पर पूर्व मंत्री एवं विधायक जितेन्द्र सिंह ने कहा कि वह विधायक कोष से शहीद के नाम मार्ग बनाने के लिए दस लाख रुपए देंगे तथा स्कूल का नाम भी शहीद के नाम किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि 55 राष्ट्रीय रायफल के जवान श्योराम सोमवार तड़के पुलवामा के पिंगलेना क्षेत्र में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हो गये थे। वह वर्ष 2000 में सेना में भर्ती हुए थे। शहीद श्योराम तीन भाइयों में सबसे बड़े थे और उनका भाई रूपचंद भी सेना में हैं।