ओमीक्रान को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम ने ड्राफ्ट किया तैयार
1 min readओमीक्रान को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम ने ड्राफ्ट किया तैयार
कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर पर नियंत्रण पाने वाली योगी सरकार ओमीक्रान वेरिएंट
को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश में सभी जरूरी सुरक्षा उपायों पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
के निर्देशों के बाद कोरोना की दूसरी लहर में गठित की गई डॉक्टरों की विशेष टीम कोरोना के इस नए
वैरिएंट पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की इस कमेटी ने ओमीक्रॉन को लेकर विभिन्न
पहलुओं पर चर्चा कर ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। जिसको ये टीम जल्द ही अधिकारियों को सौंपेगी।
एसजीपीजीआई की विशेष टीम ने ड्राफ्ट में कोरोना के इस नए वैरिएंट को लेकर यूपी में बरती जाने वाली
सावधानियां, इसके खतरे, टीकाकरण के बाद इसके प्रभावों के बारे में चर्चा की है।
संजय गांधी पोस्ट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइसेज (एसजीपीजीआई) के निदेशक डॉ आरके
धीमान ने बताया कि नए वैरिएंट के विरूद्ध यूपी के लिए सबसे कारगर हथियार टीकाकरण साबित होगा।
पिछले डेढ़ सालों में बढ़ाई गई चिकित्सीय सुविधाओं के चलते अब प्रदेश इस नए संक्रमण का सामना करने
के लिए बिल्कुल तैयार है। पर्याप्त चिकित्सीय संसाधनों के कारण इस नए वैरिएंट से लड़ने में यूपी सक्षम
है। उन्होंने बताया कि दूसरे देशों में ओमीक्रान के बढ़ते मामलों को देखते हुए संस्थान की ओर से इस नए
वैरिएंट को लेकर अलग अलग पहलुओं पर चर्चा की गई है। इस विशेष बैठक में यह बात सामने निकलकर
आई है कि ये कोरोना का नया वैरिएंट तेजी से फैलता है और इसकी संक्रमण दर भी अधिक है।
टीकाकरण और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी-डॉ धीमान
डॉ आरके धीमान ने बताया कि डॉक्टरों के आंकलन अनुसार इस नए वैरिएंट की संक्रमण दर भले ही
ज्यादा हो पर यह डेल्टा की तुलना में ज्यादा खतरनाक नहीं है। उन्होंने कहा विशेषज्ञों के आंकलन के
अनुसार डेल्टा की तुलना में इस नए वैरिएंट से मृत्यु दर की बढ़ने की आशंका कम है। उन्होंने बताया कि
तीसरी लहर के प्रकोप से बचने के लिए जल्द से जल्द टीकाकरण करने के साथ ही कोरोना प्रोटोकॉल का
पालन कराने की जरूरत है।
हर पॉजिटिव मरीज की हो रही जीनोम सीक्वेंसी-धीमान
सीएम के आदेश के बाद प्रदेश में एक ओर डेली मॉनीटरिंग को बढ़ाने के साथ ही निगरानी समितियां अलर्ट
मोड पर काम कर रही हैं। डॉ धीमान ने बताया कि विदेश से आने वाले सभी यात्री की आरटीपीसीआर जांच
कराने के साथ ही यदि कोई पॉजिटिव मरीज पाया जाता है तो उसकी जीनोम सीक्वेंसी कराई जा रही है।
यूपी पहला राज्य जहां 05 करोड़ लोगों को मिली टीके की दोनों डोज
उत्तर प्रदेश में मंगलवार को कोरोना के खिलाफ पूरी तरह से टीकाकरण करने वालों की संख्या पांच करोड़
का आंकड़ा पार कर गई है। देश में यूपी पहला ऐसा प्रदेश है जहां पूरी तौर पर वैक्सीनेशन लेने वालों की
संख्या इतनी ज्यादा है। प्रदेश में तीन-चौथाई पात्र वयस्कों को कोविड -19 वैक्सीन की कम से कम एक
खुराक मिली है, जबकि एक-तिहाई पात्र लोगों को अभी पूरी तरह से टीका लगाया जा चुका है। आंकड़ों के
अनुसार यूपी में 5 करोड़ से अधिक पात्र लोगों को टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी हैं।
प्रदेश में वैक्सीन की कम से कम एक खुराक प्राप्त करने वाली 75 प्रतिशत से अधिक वयस्क आबादी है,
वहीं राज्य की 33 प्रतिशत से अधिक वयस्क आबादी ने दोनों खुराक प्राप्त की हैं। 24 करोड़ की आबादी वाले
यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार एक सधी रणनीति के तहत तेजी से टीकाकरण किया जा
रहा है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण की प्रक्रिया को बढ़ावा देने के उद्देश्य से क्ल्सटर रणनीति के
अनुसार टीकाकरण किया जा रहा है। जिसके सफल परिणाम प्रदेश में देखने को मिल रहे हैं।
प्रदेश में 16 करोड़ से अधिक लोगों का हुआ टीकाकरण
प्रदेश में 11 करोड़ 21 लाख पात्र लोगों को पहली डोज और 05 करोड़ एक लाख पात्र लोगों को दूसरी डोज दी
जा चुकी है। अब तक प्रदेश में 16 करोड़ 22 लाख से अधिक लोगों को कोरोना का टीकाकरण किया जा
चुका है। सधी रणनीति के कारण आज यूपी में कम समय में कोरोना संक्रमण पर तेजी से लगाम लगाई है।
प्रदेश में बीते 24 घंटों में 1,26,055 टेस्ट किए गए जिसमें 12 नए संक्रमण के मामलों की पुष्टि हुई। अब तक
यूपी में 8 करोड़ से अधिक टेस्ट किए जा चुके हैं। प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 100 से कम
होकर 88 पहुंच गई है। बीते 24 घंटों में 09 संक्रमितों ने कोरोना को मात दी। इसके साथ ही प्रदेश का रिकवरी
रेट अब 98.7 प्रतिशत पहुंच गया है।