शहर से अधिक गांवों पर महंगाई की मार, तेलंगाना, हरियाणा, मध्य प्रदेश और बंगाल के ग्रामीण इलाकों में बुरा हाल, जानें इसकी वजह
1 min readअक्सर ऐसा सुनने में आता है कि महंगाई का असर गांवों में कम होता है, लेकिन पिछले कुछ महीनों से शहर से अधिक महंगाई गांवों में है और इस बात की गवाही सरकारी आंकड़े भी देते हैं। इस साल अप्रैल में ग्रामीण महंगाई दर 8.38 प्रतिशत थी जबकि शहर की महंगाई दर 7.09 प्रतिशत थी। कुल महंगाई दर 7.79 प्रतिशत दर्ज की गई। इस साल मार्च में भी कुल महंगाई दर 6.95 प्रतिशत थी और ग्रामीण महंगाई दर 7.66 प्रतिशत दर्ज की गई।
चार राज्यों में तो ग्रामीण महंगाई दर 10 प्रतिशत से ऊपर
अप्रैल में देश के चार राज्यों में तो ग्रामीण महंगाई दर 10 प्रतिशत से ऊपर चली गई। इनमें तेलंगाना (10.26 प्रतिशत), मध्य प्रदेश (10.12 प्रतिशत), हरियाणा (10.25 प्रतिशत) और पश्चिम बंगाल 10.53 प्रतिशत शामिल हैं। उत्तर प्रदेश, असम और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में ग्रामीण महंगाई दर नौ प्रतिशत से अधिक रही।
ईंधन के दाम में वृद्धि बड़ी वजह
विशेषज्ञ ग्रामीण इलाके में महंगाई दर बढ़ने की मुख्य वजह खाद्य पदार्थों की कीमतों के साथ ईंधन के दाम में वृद्धि को बता रहे हैं। इस साल अप्रैल महीने में जिन पांच चीजों के खुदरा दाम में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई, उसमें सब्जी, ईधन और बिजली, ट्रांसपोर्ट, फल व मसाला शामिल है।