यूपी: श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद मामले में आज होगी अगली सुनवाई
1 min readइलाहाबाद उच्च न्यायालय मथुरा में शाही ईदगाह मस्जिद हटाने की मांग वाले वाद की पोषणीयता के संबंध में दायर याचिका पर अगली सुनवाई आज यानी शुक्रवार को करेगा। इस वाद में दावा किया गया है कि शाही ईदगाह मस्जिद का निर्माण कटरा केशव देव मंदिर की 13.37 एकड़ भूमि पर किया गया है। बृहस्पतिवार को इस मामले में सुनवाई के बाद न्यायमूर्ति मयंक कुमार जैन ने सुनवाई शुक्रवार को भी जारी रखने का आदेश दिया।
बता दें कि भगवान श्रीकृष्ण विराजमान कटरा केशव देव व अन्य सहित 18 सिविल वादों की सुनवाई न्यायमूर्ति मयंक जैन की पीठ कर रही है। सुनवाई आज यानी 23 फरवरी को भी होगी। सिविल प्रक्रिया संहिता के आदेश सात नियम 11 के तहत मस्जिद पक्ष की तरफ से सिविल वाद की पोषणीयता पर की गई आपत्ति पर सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता तसनीम अहमदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बहस की। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पेश हुईं वक्फ बोर्ड की अधिवक्ता तसलीमा अजीज अहमदी ने दलील दी कि यह वाद सुनवाई योग्य नहीं है क्योंकि वक्फ कानून के प्रावधानों और साथ ही उपासना स्थल अधिनियम, 1991 के तहत इस पर सुनवाई नहीं की जा सकती।
‘जिस संपत्ति पर शाही ईदगाह मस्जिद है, वह संपत्ति वक्फ की है’
न्यायमूर्ति मयंक कुमार जैन ने कहा कि जिस संपत्ति पर शाही ईदगाह मस्जिद है, वह संपत्ति वक्फ की है, मौजूदा विवाद वक्फ की संपत्ति से जुड़ा है और इस प्रकार इस मामले पर सुनवाई का अधिकार क्षेत्र केवल वक्फ अधिकरण के पास है जबकि दीवानी अदालत के पास इस मामले में सुनवाई का अधिकार क्षेत्र नहीं है। पिछले वर्ष मई में उच्च न्यायालय ने श्री कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मस्जिद विवाद से जुड़े सभी 15 वाद को सुनवाई के लिए मथुरा की अदालत से अपने पास मंगा लिया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी में दो दिवसीय दौरे पर है। पीएम मोदी बृहस्पतिवार को यहां अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे। आज यानी शुक्रवार को कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। प्रधानमंत्री काशी हिंदू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में सांसद ज्ञान प्रतियोगिता के प्रतिभागियों, सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता और सांसद संस्कृत प्रतियोगिता के प्रतिभागियों से संवाद करेंगे। इस दौरान पीएम पांच-पांच प्रमुख प्रतिभागियों को सम्मानित भी करेंगे। वह करीब 11:15 बजे संत गुरु रविदास जन्मस्थली पर ‘पूजा’ एवं ‘दर्शन’ करेंगे। उसके बाद वह संत गुरु रविदास के 647वें जयंती समारोह में हिस्सा लेंगे।