जम्मू-कश्मीर को ‘भारत से आजाद’ कराने के लिए जंग के सिवाय कोई और रास्ता नहीं,
1 min readपाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के ‘राष्ट्रपति’ सरदार मसूद खान भी कश्मीर मुद्दे पर गीदड़भभकी देने वालों में शामिल हो गए हैं. उनका मानना है कि जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) को ‘भारत से आजाद’ कराने के लिए जंग के सिवाय कोई और रास्ता नहीं है. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मीरपुर में पाकिस्तान (Pakistan) इंस्टीट्यूट फार कन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज के तत्वावधान में हुई एक कांफ्रेंस में मसूद ने कहा, “जम्मू-कश्मीर को भारत से आजाद कराने के लिए जंग अपरिहार्य हो गई है.
पूरा राष्ट्र बहादुर पाकिस्तानी सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस जंग को लड़ेगा. ऐसी किसी जंग से पहले हमें एकता बनानी होगी और पाकिस्तान को आर्थिक व रक्षा मामलों में मजबूत करना होगा.” उन्होंने कहा, “इस जंग को जीतने के लिए हमें दुश्मन की योजनाओं और रणनीतियों को पूरी तरह से समझना होगा.” भारत द्वारा पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर को दिए गए विशेष दर्जे को वापस लेने को उन्होंने ‘कश्मीर के साथ-साथ आजाद कश्मीर (पीओके) पर भी हमला’ करार दिया. उन्होंने कहा कि तभी से भारत लगातार ‘आजाद कश्मीर’ पर हमला कर उस पर कब्जा करने की धमकियां दे रहा है.
उन्होंने इस बात को गलत बताया कि पांच अगस्त के बाद कश्मीर मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ठीक से नहीं उठाया गया. उन्होंने कहा कि कश्मीर के पक्ष में जोरदार आवाजें उठाई गई हैं. उन्होंने पीओके (POK) और गिलगित-बाल्टिस्तान को पाकिस्तान के किले की दीवार बताया और कहा कि ‘इन इलाकों के लोग दुश्मन को इस दीवार को पार नहीं करने देंगे.’