जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में आज दोपहर छात्रों का मार्च
1 min readजवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय कैंपस में रविवार रात को उस वक्त हिंसा भड़क गयी जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला किया, परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जिसके बाद प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा। हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष सहित कम से कम 28 लोग घायल हो गये जिन्हें एम्स में भर्ती कराया गया है।
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार रात हुई हिंसा के बाद छात्रों और नागरिक समाज के लोगों ने दो बजे रात तक पुलिस मुख्यालय के सामने प्रदर्शन किया। पुलिस की ओर से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद छात्रों ने मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन को रोक दिया। आज दोपहर एक बजे दिन में जेएनयू में जमा होने का आह्वान किया है।
पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता और सेंट्रल जिले के पुलिस उपायुक्त मनदीप सिंह रंधावा ने छात्रों के साथ बैठक की। इसके साथ ही जेएनयू परिसर में हालात का जायजा लेने के लिए पांच छात्रों का एक दल पुलिस की सुरक्षा में विश्विद्यालय परिसर गया। इसके अलावा दो छात्रों ने एम्स जाकर घायलों से मुलाकात की है।
विश्विद्यालय परिसर में पुलिस ने रातभर फ्लैग मार्च किया और इस दौरान साबरमती होस्टल के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने पुलिस वापस जाओ के नारे लगाए। आज दोपहर बाद विश्विद्यालय परिसर में छात्रों का मार्च निकाला जाएगा जिसमें दूसरी यूनिवर्सिटी के छात्रों के शामिल होने की उम्मीद है।
रविवार शाम को हिंसक हमले में करीब 20 छात्र और 10 शिक्षक घायल हुए थे जिनमें से ज्यादातर को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। घायलों में दो छात्रों की हालत गंभीर है। सूत्रों के अनुसार छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष हमले में बुरी तरह घायल हैं और जेएनयू शिक्षक संघ से जुड़े कई नेता भी घायलों में शामिल हैं। हमले में गंभीर रुप से घायल सुश्री घोष, शिक्षक सुचित्रा सेन और करीब 18 छात्रों को एम्स में भर्ती कराया गया। सुश्री घोष को सिर में चोटें आई हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करके स्वयं पर हुए हिंसक हमले की जानकारी दी। उनके सिर से खून निकल रहा था।
जेएनयू में हुई हिंसा की सभी विपक्षी दलों के नेताओं निंदा की और यूनिवर्सिटी प्रशासन को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है। बहुजन समाज पार्टी ने घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग की है।
वहीं, जेएनयू हिंसा को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से बात की है। अमित शाह ने एलजी से जेएनयू के प्रतिनिधियों को बातचीत के लिए बुलाने का अनुरोध किया है।
अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि दंगा करने और सम्पति को नुकसान पहुंचाने के संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जेएनयू परिसर में रविवार रात उस वक्त हिंसा भड़क गयी थी, जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों और शिक्षकों पर हमला कर दिया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था, जिसके बाद प्रशासन ने पुलिस को बुलाया।