ईरान की इकलौती महिला ओलंपिक मेडल विनर ने आखिर क्यों छोड़ दिया देश …जानिए
1 min readईरान की इकलौती महिला ओलंपिक पदक विजेता किमिया अलीज़ादेह ने देश छोड़ने का फ़ैसला लिया है.
ईरान की इकलौती ओलंपिक विजेता महिला ने देश छोड़ दिया है. 21 वर्षीय महिला का नाम कीमिया अली जादे है. उन्होंने देश छोड़ने के पीछे ईरान में झूठ, फरेब और दोहरे रवैये को कारण बताया है. सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर उन्होंने बताया कि ऐसे माहौल में उनका रहना दूभर हो गया था. साथ ही वो ऐसे सिस्टम का हिस्सा नहीं बनना चाहतीं. जहां महिलाओं का अपमान होता हो. उन्होंने खुद को लाखों पीड़ित महिलाओं में से एक बताया.
ईरान-अमेरिका के बीच इन दिनों तनाव चरम पर है. इस बीच उसके देश से एक ऐसी खबर आई है जो ईरानी सरकार पर सवाल खड़े करती है. विशेषकर महिलाओं के प्रति ईरान का क्या रवैया है, इस पर ओलंपिक विजेता महिला ने पोस्ट लिखने के बाद देश छोड़कर सनसनी मचा दी है.
कौन हैं कीमिया अली जादे ?
कीमिया अली जादे 2016 में रियो ओलंपिक्स में ताईकवांडों में कांस्य पदक जीता था. उनका आरोप है कि ईरान में अधिकारियों उनकी कामयाबी को प्रोपैगंडा के तौर पर इस्तेमाल किया गया. साथ ही उन्हें सालों बेवकूफ बनाया जाता रहा. कीमिया अली जादे ने कहा, मैंने वही पहना जो अधिकारियों ने बताया, वही बोला जैसा मुझे आदेश दिया गया. यहां तक कि जो कुछ भी मुझे बोलने के लिए कहा गया मैंने पालन किया. उन्होंने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके लिए वो सिर्फ हथियार थीं. उनका कहना है कि सरकार उनकी कामयाबी को राजनीतिक उद्देश्य के लिए इस्तेमाल करती थी लेकिन अधिकारी उन्हें आपत्तिजनक शब्दों के जरिए उनका अपमान करते थे.
पिछले सप्ताह जब उनके ग़ायब होने की ख़बर आई थी तब ईरान के लोगों ने झटका लगने जैसी प्रतिक्रियाएं दी थीं.
ईरान के राजनेता अब्दुलकरीम हुसेनज़ादेह ने मानव संसाधन के देश छोड़ने के लिए अयोग्य अधिकारियों को ज़िम्मेदार ठहराया था.
बीते गुरुवार को ईरान की समाचार एजेंसी इसना की एक रिपोर्ट में कहा गया, “ईरानी ताइक्वांडो को झटका. किमिया अलीज़ादेह नीदरलैंड्स में बसीं.”
इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अलीज़ादेह को उम्मीद है कि वो 2020 के टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेंगी लेकिन वह वहां ईरान के बैनर तले नहीं होंगी.
ईरान छोड़ने के अपने इरादे की घोषणा करते हुए किमिया ने अपने आगे की योजनाओं के बारे में जानकारी तो नहीं दी है लेकिन उन्होंने कहा है कि वह जहां भी रहेंगी ईरान की बेटी बनकर रहेंगी.