Nirbhaya Case: क्यूरेटिव पिटिशन खारिज होने पर पिता के सामने रो पड़ा विनय,कहा एक बार गले तो लगा लो
1 min readनई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में 2012 में हुए निर्भया गैंगरेप केस में चारों दोषियों की फांसी की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, उनकी मौत का डर बढ़ता जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट से क्यूरेटिव खारिज होने के बाद निर्भया के दोषियों में सबसे अधिक बैचेन विनय शर्मा हुआ। उसकी बढ़ती बैचेनी देखकर तिहाड़ जेल प्रशासन ने उसकी निगरानी और कड़ी कर दी है। मंगलवार को उसने अपने पिता से भी मुलाकात की। उसने अपने पिता से मुलाकात करने के लिए जेल प्रशासन से आग्रह किया था। उस आग्रह को मानकर जेल प्रशासन ने मंगलवार को उसके पिता से उसकी मुलाकात करा दी। इस दौरान वह एक बार को रो भी पड़ा और उसने पिता से खुद को एक बार गले लगाने की भी गुजारिश की. । पिता से उसकी मुलाकात जेलर के ऑफिस में कराई गई।
फांसी की तारीख मुकर्रर होने के बाद निर्भया के सभी गुनहगारों को तिहाड़ जेल के कसूरी वार्ड नंबर 4 में रखा गया है. जेल सूत्रों के मुताबिक, दोषी विनय अपने पिता से मुलाकात के दौरान दो बार लड़खड़ाकर गिरने वाला था. हालांकि, जेल कर्मियों ने उसे संभाल लिया. इन चारों की सेल में टीवी लगा हुआ है, जहां वे न्यूज़ देखते रहते हैं. टीवी के जरिए ही विनय और मुकेश को क्यूरेटिव पिटीशन के खारिज होने की खबर मिली.
पटियाला हाउस कोर्ट ने 7 जनवरी को जारी किया था डेथ वॉरंट
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने मामले के चारों दोषियों के खिलाफ 7 जनवरी को डेथ वॉरंट जारी किया था. कोर्ट के आदेश के मुताबिक, चारों दोषियों को 22 जनवरी सुबह 7 बजे तिहाड़ जेल में फांसी पर लटकाया जाना है.