प्रिंसिपल ने छात्रों को बताए नकल करने के तरीके, कहा- आंसरशीट के अंदर 100 रुपये का नोट डाल देना और…
1 min readउत्तर प्रदेश में एक स्कूल प्रिंसिपल छात्रों को नकल करने के तरीके बताते हुए कैमरे में कैद हो गए. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. उत्तर प्रदेश सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड एग्जाम मंगलवार से शुरु हो चुके हैं. लखनऊ से 300 किलोमीटर दूर मऊ जिले में स्थित एक प्राइवेट स्कूल के मैनेजर-कम-प्रिंसिपल प्रवीण मल का वीडियो एक छात्र ने बना लिया था. वीडियो उस वक्त बनाया गया, जब वह छात्रों को संबोधित कर रहे थे. वीडियो में प्रिंसिपल कुछ अभिभावकों के सामने ही छात्रों को बोर्ड एग्जाम में नकल करने के तरीके बताते हुए दिख रहे हैं. एक छात्र ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शिकायत पोर्टल पर इस क्लिप को अपलोड कर दिया. जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
दो मिनट लंबे वीडियो में प्रिंसिपल को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘मैं चुनौती दे सकता हूं कि मेरा कोई भी छात्र कभी भी फेल नहीं होगा. उन्हें डरने की कोई बात नहीं है.’ वीडियो में वह कह रहे हैं, ‘आप आपस में बात कर सकते हैं और पेपर दे सकते हैं. किसी के हाथ न लगाएं. आप एक दूसरे से बोलते हैं … यह ठीक है. डरो मत. आपके सरकारी स्कूल परीक्षा केंद्रों के शिक्षक मेरे मित्र हैं. यहां तक कि अगर आप पकड़े जाते हैं और कोई आपको एक या दो थप्पड़ मारेगा तो डरें नहीं.
साथ ही उसने कहा, ‘कोई भी जवाब नहीं छोड़ना. अपनी आंसरशीट में 100 रुपये का नोट रख देना. टीचर आंख बंद करके नंबर देंगे. अगर आपने किसी प्रश्न का गलत जवाब दिया और वह चार नंबर का था, तो आपको तीन नंबर मिल जाएंगे.’ इसके बाद वह अपना भाषण ‘जय हिंद, जय भारत’ के नारे लगाकर खत्म कर देता है.
बता दें, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की मंगलवार से शुरू हुई हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में नकल को लेकर सख्ती के मद्देनजर परीक्षा के पहले ही दिन 2 लाख 39 हजार 133 विद्यार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी. नकल पर अंकुश लगाने के लिए इस बार राजधानी लखनऊ में राज्य स्तरीय निगरानी एवं नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जहां से पूरे प्रदेश के परीक्षा केंद्रों पर नजर रखी जा रही है.
माध्यमिक शिक्षा परिषद के अपर सचिव (प्रशासन) शिव लाल ने बताया कि आज हाईस्कूल की परीक्षा में एक लाख 57 हजार 042 परीक्षार्थी और इंटरमीडिएट की परीक्षा में 82 हजार 091 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. उन्होंने बताया कि इसी तरह हाईस्कूल की परीक्षा में अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए 26 छात्र और एक छात्रा पकड़ी गई, जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा में अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए सात छात्रों को पकड़ा गया.
उल्लेखनीय है कि नकल पर नकेल कसने के लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में एक-एक कंट्रोल रूम बनाया गया है और इनके ऊपर एक राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम बनाया गया है जिससे सभी कंट्रोल रूम जुड़े हैं. शिव लाल ने बताया कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं प्रदेशभर में 7,859 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जा रही है जहां एक लाख 90 हजार सीसीटीवी कैमरों की मदद से नजर रखी जा रही है. परीक्षाओं के सीधे प्रसारण (लाइव वेबकास्टिंग) के लिए राउटर एवं ब्राडबैंड से इन सीसीटीवी कैमरों को जोड़ा गया है
वर्ष 2020 की हाईस्कूल की परीक्षा के लिए 30 लाख 22 हजार 607 परीक्षार्थियों और इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए 25 लाख 84 हजार 511 परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया है. हाईस्कूल की परीक्षा 3 मार्च को और इंटरमीडिएट की परीक्षा 6 मार्च को समाप्त होगी. इन परीक्षाओं के परिणाम 25 अप्रैल तक घोषित किए जाने की संभावना है.