वुहान से भारतीयों को वापस लाएगा IAF का विमान, लेकिन चीन ने अब तक नहीं दी मंजूरी
1 min readचीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में अभी तक इस वायरस की चपेट में आकर करीब 2200 लोगों की मौत हो चुकी है. कई देश अपने नागरिकों को वहां से निकाल चुके हैं. इस महीने की शुरूआत में भारत की ओर से भी दो विशेष विमानों से करीब 600 भारतीय नागरिकों को एयरलिफ्ट किया गया था. एक बार फिर भारत ने राहत सामग्री लेकर एक विशेष विमान वहां भेजने की तैयारी कर ली है. यह विमान वहां छूट गए भारतीयों को भी भारत लेकर आएगा. चीन पर आरोप लग रहा है कि उसने जान-बूझकर अभी तक विमान को वहां उतरने की मंजूरी नहीं दी है.
सूत्रों के हवाले से बताया गया कि चीन ने राहत सामग्री लेकर जाने वाले विमान को अभी मंजूरी नहीं दी है. यह विमान राहत सामग्री को वहां छोड़कर वुहान से और भारतीयों को वापस भी लाएगा. भारतीय वायुसेना का यह विशेष विमान वुहान भेजने में हो रही देरी पर आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पड़ोसी मुल्क जानबूझकर मंजूरी देने में देरी कर रहा है. दूसरी ओर चीन ने इन रिपोर्ट्स का खंडन किया है. चीन कह रहा है कि कोई देरी नहीं की जा रही है लेकिन बिना कोई स्पष्ट कारण बताए मंजूरी नहीं दी गई है.
बताते चलें कि 17 फरवरी को भारत सरकार ने घोषणा की थी कि भारतीय वायुसेना के सबसे बड़े विमान ‘C-17 ग्लोबमास्टर’ को दवाइयों के साथ वुहान भेजा जाएगा. राहत सामग्री को छोड़ने के बाद यह विमान वहां फंसे शेष भारतीयों को वापस लाएगा. वुहान में अभी भी कई भारतीय नागरिक फंसे हैं. उनका परिवार उन्हें वहां से निकालने के लिए लगातार भारत सरकार से अपील कर रहा है.
इससे पहले एयर इंडिया दो विशेष विमानों को वुहान भेजा गया था. इन विमानों की मदद से 647 नागरिकों को एयरलिफ्ट किया गया था, इनमें 7 मालदीव के नागरिक भी शामिल थे. भारत के केरल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड में भी कुछ मरीजों को संदिग्ध पाया गया है. यह सभी वुहान शहर से लौटे हैं. सभी को आइसोलेशन वॉर्ड में रखा गया है. उनका इलाज किया जा रहा है.