प्रोस्टेट कैंसर के इलाज में कारगर साबित हो सकता है ये नया मालीक्यूल:-
1 min readआइआइटी गांधीनगर के शोधार्थियों ने एक नए अणु की खोज करने का दावा किया है जिसका उपयोग प्रोस्टेट कैंसर के इलाज में काफी कारगर हो सकता है।
अमेरिका के लुइसियाना स्टेट यूनिवर्सिटी हेल्थ सेंटर और यूनिवर्सिटी आफ मैनचेस्टर के सहयोग से हुए इस शोध के बारे में अंतरराष्ट्रीय जर्नल सेल प्रेस आइसाइंस में रिपोर्ट छापी गई है। शोध का नेतृत्व करने वाली आइआइटी, गांधीनगर की प्रोफेसर शिवप्रिया किरुबाकरन ने बताया कि भारत में हर साल 5.56 लाख लोग कैंसर से मरते हैं। लोगों में कैंसर की दवाओं के प्रति बढ़ती प्रतिरोधकता भी एक बड़ी चिंता का कारण है।
प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में दूसरा सबसे ज्यादा पाया जाने वाला कैंसर है। इसके पनपने के लिए एंड्रोजेन नामक हार्मोन जिम्मेदार है। इसके इलाज का मानक तरीका हार्मोनल थेरेपी या एंड्रोजेन डिप्राइवेशन थेरेपी है। इस थेरेपी से कैंसर की ग्रोथ रोकी जा सकती है। लेकिन जब कैंसर शरीर के दूसरे हिस्सों में फैल जाता है तो यह लाइलाज हो जाता है।
उन्होने बताया कि हम लोगों ने जे54 नाम का नया मालीक्युल (अणु) खोजा है जो चूहों पर किए गए परीक्षण में बहुत कारगर रहा। खास बात यह है कि अभी तक इस मालीक्यूल का स्वस्थ सेल पर दुष्प्रभाव भी नहीं पाया गया है। उन्होंने कहा कि जेएल54 मालीक्युल एक विशेष प्रोटीन के इलाज के लिए उपयुक्त है।