जहरीली धूल की चादर ने गायब किया दिल्ली का सिग्नेचर ब्रिज:-
1 min readसर्दी बढ़ने के साथ ही दिल्ली की हवा गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है। दिनोंदिन सुबह के वक्त स्मॉग बढ़ने से दृष्यता कम होती जा रही है। शनिवार को तो धुंध का ऐसा हाल था कि दिल्ली का सिग्नेचर ब्रिज ही नजर नहीं आ रहा था, ऐसा लगा मानो वह गायब हो गया है।शनिवार सुबह से ही दिल्ली के कई इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांंक 400 के पार दर्ज किया गया। हालांकि कुछ इलाकों में यह 300 के अंदर भी था लेकिन औसत रूप से देखा जाए तो दिल्ली की आबोहवा खराब ही बनी हुई है।सिर्फ दिल्ली ही नहीं इसके आसपास के शहर जैसे गाजियाबाद, गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद आदि में भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्थिति में बनी हुई है।गुरुग्राम की आबोहवा में शुक्रवार को प्रदूषण का स्तर पिछले 8 माह के दौरान सर्वाधिक रहा और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 334 पर पहुंच गया। उसमें भी सेक्टर-51 में तो हालात सबसे खराब रहे, जहां प्रदूषण का स्तर 403 एसपीएम दर्ज किया गया। प्रदूषण मानकों के मुताबिक एक्यूआई के 400 के पार जाने पर स्थिति बेहद खतरनाक मानी जाती है। हालात यही रहे तो आगामी कुछ दिनों में शहर का समग्र एक्यूआई भी 400 के पार जा सकता है।
सर्दी बढ़ने के साथ ही गाजियाबाद शहर की हवा भी जहरीली होती जा रही है। शुक्रवार सुबह गाजियाबाद धुंध की चादर में लिपटा रहा। लोनी में तो सुबह के समय एक्यूआई 400 पार कर गया। पिछले दो साल के आंकड़े देखे जाएं तो शुक्रवार सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा। शुक्रवार को एक्यूआई 344 दर्ज किया गया। प्रदूषण ने पिछले साल के रिकॉर्ड तोड़ने शुरू कर दिए हैं। 2019 में 23 अक्तूबर को शहर का एक्यूआई 285 दर्ज हुआ था, जो कि मानकों से ढाई गुना अधिक था। इस वर्ष एक्यूआई 400 से ऊपर दिवाली के आसपास पहुंचा था लेकिन इस बार तो शहर का एक्यूआई अक्तूबर में ही साढ़े तीन गुना के पास आ गया है। शुक्रवार को एक्यूआई 344 दर्ज किया गया।प्रदूषण के विरुद्ध रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान के तीसरे दिन पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को कनॉट प्लेस स्थित बाराखंबा रोड पर टॉलस्टॉय क्रासिंग रेड लाइट पर पार्षदों के साथ अभियान को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के इस अभियान को लेकर लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। इस अभियान को आगामी सप्ताह में पूरी दिल्ली में चलाया जाएगा।