पहले युवती के भागने की अफवाह फैलाई
1 min readप्रेमिका से नाराज होकर प्रेमी ने युवती की हत्या की थी। हत्या के बाद उसका शव मक्के के खेत में छिपा दिया गया। किसी को शक न हो इसलिए हत्यारोपियों ने गांव में खबर फैला दी कि युवती किसी युवक के साथ भाग गई है। लेकिन युवती का शव बरामद हुआ तो परिजनों ने आरोपियों पर शक जताकर मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया और सख्ती की तो घटना का खुलासा हो गया। पकड़े गए आरोपियों को जेल भेजा गया है।
पुलिस अधीक्षक अजय शंकर राय ने सोमवार को इस हत्याकांड का खुलासा किया। एसपी ने बताया कि 10 जून को कुरावली थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती गायब हो गई थी। 14 जून को इस युवती का शव गांव के ही खेत से बरामद हुआ। गला दबाकर उसकी हत्या की गई। मृतका के पिता ने सुरजीत पुत्र कनौजीलाल, अभिषेक पुत्र शिवदयाल निवासी डगऊ नगरिया के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने नामजदगी के आधार पर सुरजीत को हिरासत में लिया तो पहले तो वह टालमटोल करता रहा लेकिन बाद में उसने घटना का खुलासा कर दिया। सीओ दद्दनप्रसाद के निर्देशन में कोतवाली कुरावली प्रभारी शिव कुमार चौहान की टीम ने आरोपियों को पकड़ा।
युवक ने पहले लड़की को मारी गोली और उसके बाद जो किया उससे हर कोई हैरान
पहले सुबह हत्या की कोशिश की गई
एसपी ने बताया कि मृतका से सुरजीत के तीन साल से प्रेम संबंध चल रहे थे। लेकिन सुरजीत को कुछ दिनों से शक था कि मृतका के जीजा के मौसेरे भाई से उसके संबंध हो गए हैं। उसने इसका विरोध किया तो युवती ने उससे बात बंद कर दी। आरोपी ने गांव के ही दोस्त कृष्णकांत उर्फ टीटू पुत्र रामकिशन को पूरी बात बताई। टीटू ने युवती को समझाने का प्रयास किया लेकिन वो नहीं मानी तो टीटू के साथ सुरजीत ने हत्या की योजना बनाकर 10 जून को सुबह 10 बजे मक्का के खेत के पास उसे बुलाया। हत्या करने की कोशिश की तब तक कृष्णकांत ने फोन से जानकारी दी कि मक्के के खेत में जाते समय गांव के कुछ लोगों ने उसे देख लिया है। इसलिए सुरजीत खेत से बाहर निकल आए।
शाम चार बजे फिर खेत में बुलाया और घोंट दिया गला
फोन आने पर सुरजीत ने युवती को शाम चार बजे आने के लिए कहा। इसके बाद युवती शाम चार बजे फिर पहुंच गई। खेत में उसने मजाक में कहा कि वह उसकी हत्या कर देगा। लेकिन युवती ने तवज्जो नहीं दी तो दुपट्टे से उसने फंदा लगाकर दबा दिया तब तक कृष्णकांत भी आ गया। कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। घटना के बाद सुरजीत भी परिजनों और ग्रामीणों के साथ उसकी तलाश करता रहा ताकि किसी को शक न हो। सुरजीत ने ये भी कहा कि अभिषेक उसका दोस्त है इस हत्या में अभिषेक की कोई भूमिका नहीं है।