जम्मू एयरफोर्स बेस पर हमले की जाने ये बड़ी बाते। ….
1 min readजम्मू के एयरफोर्स बेस पर ड्रोन हमले के बाद से सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हो गयीं हैं. एयरफोर्स बेस पर हमले की जांच एनआई को सौंप दी गयी हैं. वहीं जम्मू में एक बार एक लगातार ड्रोन का दिखना सामने आ रहा है. जानकारी के मुताबिक कल देर सात भी सुंजवान मिलिट्री ब्रिगेट के ऊपर एक ड्रोन नजर आया. इन ड्रोन पर भी लगातार नजर रखी जा रही.
- गृह मंत्रालय ने एनआईए को इस मामले की जांच सौंप दी है. एनआईए ने जांच शुरू भी कर दी है और जम्मू कश्मीर पुलिस से इस केस में अभी तक हुई जांच के सभी दस्तावेज तलब किए हैं. एनआईए बहुत जल्द मामला दर्ज कर जांच को आगे बढ़ाएगी.
- सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आतंकियों के निशाने पर सिर्फ एयरफोर्स स्टेशन ही नहीं था, बल्कि 26-27 जून की रात को कालूचक मिलिट्री एरिया में भी दो संदिग्ध ड्रोन देखे गए थे.
- दोनों ड्रोन अलग अलग जगहों पर देखे गए. जवानों ने इन्हें गिराने के लिए गोली भी चलाए लेकिन यह अंधेरे का फायदा उठाकर गायब हो गए. रक्षा प्रवक्ता के मुताबिक अगर जवानों ने मुस्तैदी नहीं दिखायी होती तो आतंकी एक और हमला करने में सफल हो जाते.
- बीती रात सुंजवान मिलिट्री ब्रिगेड में रात 3.00 से 3.30 के बीच इस ड्रोन को देखा गया है. बीते 24 घंटे में जम्मू कश्मीर में मिलिट्री स्टेशन के आसपास ड्रोन देखे जाने की यह दूसरी घटना है. इससे पहले सोमवार को कालूचक मिलट्री स्टेशन पर भी ड्रोन नजर आए थे.
- इन ड्रोन पर सुरक्षाबलों ने फायरिंग की थी, जिसके बाद यह अंधेरे में वापस लौट गए. जानकारी के मुताबिक सुंजवान मिलिट्री ब्रिगेड पर दिखे ड्रोन काफी ऊंचाई पर उड़ रहा था. एक सफेद रंग की रोशनी नजर आ रही थी, जो लगातार आगे बढ़ रही थी.
- टीमें अभी भी यह सुराग खंगाल रही हैं कि बम गिराने के लिए ड्रोन ने किस मार्ग का उपयोग किया. अधिकारियों ने कहा कि ड्रोन ने विस्फोटक सामग्री गिराई और रात के दौरान या तो सीमा पार या किसी अन्य स्थान चले गए. जम्मू हवाई अड्डे और अंतरराष्ट्रीय सीमा के बीच हवाई दूरी 14 किलोमीटर है.
- अनुच्छेद 370 के अधिकांश प्रावधानों को 2019 में रद्द किये जाने के बाद से पाकिस्तान से लगी संवेदनशील सीमा पर 300 से अधिक ड्रोन और अज्ञात उड़न वस्तुएं (यूएवी) देखी गई हैं. केंद्रीय एजेंसियों ने यह दावा किया है.
- पठानकोट एयरबेस में रविवार को जम्मू में वायुसेना स्टेशन पर दो विस्फोट होने के बाद सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि पठानकोट और गुरदासपुर के सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
- जम्मू-कश्मीर के पारिमपोरा इलाके में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए जिनमें से एक लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर नदीम अबरार था और दूसरा आतंकवादी पाकिस्तान का नागरिक था. अबरार हत्या के कई मामलों में शामिल था और उसे सोमवार को पारिमपोरा में वाहनों की जांच के दौरान गिरफ्तार किया गया था.
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