कंपनियों के सामने घरेलू फंड का टोटा, पहली छमाही में वाणिज्यिक सेक्टर को मिलने वाला कर्ज 60 फीसद घटा.
1 min readचालू वित्त वर्ष के पहले छह महीने की बात करें तो बैंकों की तरफ से इंडस्ट्री व सर्विस सेक्टर को दिए जाने वाले बैंकिंग कर्ज में 52,971 करोड़ रुपये की कमी हुई है जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में 3,65,647 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई थी।
आरबीआइ के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2018-19 में 12,29,977 करोड़ रुपये का बैंकिंग कर्ज गैर खाद्य सेक्टर (कृषि के अलावा मैन्यूफैक्चरिंग व सर्विस सेक्टर) को दिया गया था। चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में वाणिज्यिक सेक्टर को कुल 3,94,035 करोड़ रुपये का कर्ज दिया गया है। पिछले वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में यह राशि 9,93,312 करोड़ रुपये की थी। इस तरह इस राशि में 60 फीसद की कमी हुई है।
आरबीआइ के मुताबिक गैर बैंकिंग सेक्टर से मिलने वाले कर्ज की बात करें तो यह राशि अप्रैल-सितंबर, 2019 में 4,47,006 करोड़ रुपये रही है जबकि अप्रैल-सितंबर, 2018 में यह राशि 6,27,666 करोड़ रुपये की थी।
सितंबर, 2019 के बाद कर्ज की रफ्तार बढ़ी है लेकिन यह पिछले वर्ष के स्तर को छू पाएगी, इसमें संदेह है। बाद के दो महीनों में वाणिज्यिक सेक्टर को दिए जाने वाले कर्ज की रफ्तार बढ़ी है। वित्त मंत्रालय का दावा है कि त्योहारों के दो महीनों (अक्टूबर-नवंबर) में 4.91 लाख करोड़ रुपये का कर्ज वितरित किया गया है। इसमें कृषि क्षेत्र समेत हर तरह के कर्ज शामिल हैं।