कानपुर के आठ इलाकों को किया रेड जोन आवाजाही पर पाबंदी
1 min readदिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुए जलसे में शामिल तबलीगी जमात के लोग कानपुर प्रशासन की मुश्किलें लगातार बढ़ा रहे हैं. प्रशासन को जानकारी मिली है कि यहां पर करीब 50 से ज्यादा जमाती ठहरे थे. इनमें आठ विदेशी सहित 31 को पकड़ा जा चुका है, लेकिन अभी भी इससे ज्यादा जमातियों की जानकारी नहीं मिल पा रही है. वहीं दो विदेशियों सहित छह जमातियों के कोराना पॉजिटिव मिलने से प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य महकमा भी परेशान हैं.
खुफिया जानकारी के अनुसार पुलिस इन जमातियों को खोजने में जुटी है. वहीं प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए जहां पर यह जमाती ठहरे थे, उन आठ इलाकों को रेड जोन घोषित कर दिया है. इन इलाकों की ड्रोन से निगरानी हो रही है. इन इलाकों में लॉकडाउन का उल्लंघन करते पकड़े जाने पर भारी जुर्माना देना होगा. इसके साथ ही प्रशासन ने जनता से भी अपील की है कि रेड जोन घोषित इलाकों में न जाएं. गौरतलब है कि तेलंगाना में छह लोगों की मौत के बाद जब उनकी ट्रैवल हिस्ट्री निकाली गई तो पता चला कि यह लोग दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुए जलसे में शामिल होने गए थे.
ये सभी तबलीगी जमात के सदस्य हैं और इस्लाम के प्रचार-प्रसार के लिए जलसे में शामिल होने गए थे. यहां पर कई देशों के तबलीगी जमाती भी आए हुए थे और देश के अलग-अलग शहरों में इस्लाम के प्रचार-प्रसार के लिए निकल गए हैं. इसके बाद से पूरे देश में भारतीय और विदेशी तबलीगी जमातियों की खोज शुरू हुई. इसमें अब तक कानपुर प्रशासन ने भी आठ विदेशी सहित 31 तबलीगी जमातियों को विभिन्न मस्जिदों से खोज निकाला है.
खुफिया जानकारी मिल रही है कि अभी इससे ज्यादा तबलीगी जमाती शहर में आए थे और उन्हें खोजा जाए. इसी बीच दो विदेशी सहित आठ तबलीगी जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए गए तो प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे में परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ा.प्रशासन अब किसी भी सूरत में इन जमातियों को खोजने में जुट गया है और साथ ही इनकी ट्रैवल हिस्ट्री भी खंगाल रहा है. प्रशासन को अब तक पता चला है कि जनपद के आठ इलाकों में जमातियों का अड्डा रहा है. इसको लेकर प्रशासन ने इन सभी इलाकों को रेड जोन घोषित कर दिया है.