देश में बढ़ रहे कोरोना के मरीज 170 जिले हॉटस्पॉट हुए घोषित
1 min readस्वास्थ्य मंत्रालय से बुधवार को राहत भरी खबर ये आई है कि देश में अब तक सामुदायिक संक्रमण का खतरा नहीं है. देश के सभी जिलों में कोरोना की गंभीरता का आकलन करने के बाद 20 अप्रैल से छूट दी जाएगी. देश में बुधवार को कोरोना बीमारों की तादाद बढ़कर 11 हजार 933 हो गई जबकि इस बीमारी से 392 लोगों ने अब तक दम तोड़ दिया है. हालांकि हौसला बढ़ाने वाली बात ये है कि एक हजार 344 मरीज ठीक होकर घर भी लौट आए हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस के लगभग 11.41 प्रतिशत रोगी संक्रमण से उबर चुके हैं और कुल 170 जिलों को हॉटस्पॉट के तौर पर चिन्हित किया गया है. जबकि 207 इलाकों की पहचान गैर-हॉटस्पॉट के रूप में की गई है केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 25 राज्यों में 170 जिलों को कोरोना हॉटस्पॉट और 27 राज्यों में 207 जिलों को नॉन-हॉटस्पॉट घोषित किया गया है. मंत्रालय ने फिर दोहराया है कि देश में अब तक कोरोना के सामुदायिक संक्रमण का खतरा नहीं है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि राज्यों को उन जिलों को हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित करने को कहा गया था जहां सबसे अधिक केस आ रहे हैं. जिन जिलों में कुछ केस आए हैं उन्हें नॉन हॉटस्पॉट और जहां एक भी मामले नहीं आए हैं उन्हें ग्रीन जोन के रूप में पहचानने को कहा गया था स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने कहा कि डोर-टू-डोर सर्वेक्षण करने के बाद कोविड-19 हॉटस्पॉट और ग्रीन जोन की पहचान की गई है. देशभर में कोरोना वायरस हॉटस्पॉट से निपटने के लिए राज्यों को दिशानिर्देश जारी किए गए हैं और विशेष टीमें नए मरीजों की तलाश करेंगी.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और डब्लूएचओ ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए डब्ल्यूएचओ के राष्ट्रीय पोलियो निगरानी नेटवर्क और क्षेत्र के अन्य कर्मचारियों की एक व्यवस्थित साझेदारी का फैसला किया. इस दौरान डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, मेरा मानना है कि जब तक हमें इसकी कोई वैक्सीन या टीका नहीं मिल जाता, तब तक हमें सामाजिक टीकाकरण यानी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए.