एचडीएफसी बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर आदित्य पुरी ने 18.92 करोड़ रुपये बतौर वेत्तन भत्ते के रूप में किया हासिल
1 min readप्राइवेट सेक्टर के एचडीएफसी बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर आदित्य पुरी बीते वित्त वर्ष 2019-20 में सबसे ज्यादा वेतन-भत्ता पाने वाले बैंकर रहे हैं.
बीते वित्त वर्ष में आदित्य पुरी की सैलरी और अन्य लाभ 38 फीसदी बढ़कर 18.92 करोड़ रुपये पर पहुंच गए. आदित्य पुरी को एचडीएफसी बैंक को संपत्ति के लिहाज से निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक बनाने का श्रेय जाता है.
एचडीएफसी बैंक की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार पुरी को बीते वित्त वर्ष में शेयर ऑप्शन का इस्तेमाल करने पर 161.56 करोड़ रुपये अतिरिक्त प्राप्त हुए हैं.
पुरी इस साल अक्टूबर में 70 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद रिटायर होने जा रहे हैं. 2018-19 में उन्हें शेयर ऑप्शन के रूप में 42.20 करोड़ रुपये मिले थे.
बताया जाता है कि पुरी के उत्तराधिकारी के रूप में जिन उम्मीदवारों के नाम पर विचार चल रहा है उनमें समूह प्रमुख और ‘चेंज एजेंट’ शशिधर जगदीशन भी शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार जगदीशन को बीते वित्त वर्ष में 2.91 करोड़ रुपये की सैलरी मिली.
देश के निजी क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक आईसीआईसीआई बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और मुख्य कार्यकारी अधिकारी संदीप बख्शी को (सीईओ) को पूर्ण रूप से प्रमुख के रूप में पहले साल यानी बीते वित्त वर्ष में 6.31 करोड़ रुपये का वेतन और अन्य लाभ मिला है.
बैंक की वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.इसी तरह एक्सिस बैंक की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ चौधरी को 2019-20 में कुल 6.01 करोड़ रुपये का पारिश्रमिक मिला.
2018-19 की अंतिम तिमाही में उन्हें 1.27 करोड़ रुपये का वेतन-भत्ता मिला था.कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर उदय कोटक के वेतन में बीते वित्त वर्ष में गिरावट आई.
उनके पास बैंक की 26 फीसदी हिस्सेदारी भी है. बैंक की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार बीते वित्त वर्ष में कोटक का कुल वेतन 2.97 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के 3.52 करोड़ रुपये से 18 फीसदी कम है.