वेज फूड को बढ़ावा देने में रहा योगदान, अब जागरूक करने पर दे रहे ध्यान:-
1 min readइंदौर शहर में 1990 में होटल इंडस्ट्री में कदम रखने वाले होटल प्रेसीडेंट पार्क के चेयरमैन राजेंद्र मेहता का कहना है कि उस समय चार से पांच बड़े होटल ही हुआ करते थे। तब शहर और आसपास की लोकेशन पर घूमने के लिए टूरिस्ट भी काफी संख्या में आया करते थे। हालांकि उन्हें प्रॉपर गाइड नहीं मिलने से संख्या कम होती गई। अब टूरिस्ट को लेकर अच्छी सुविधाएं हो गई हैं और अच्छे गाइड भी मिल जाते हैं। अब शहर में छोटे-बड़े 250 से ज्यादा होटल हो गए हैं। इनमें से करीब 35 बड़े होटल हैं। मैं सीए हूं, लेकिन मेरी इच्छा थी कि होटल इंडस्ट्री का अनुभव लिया जाए और इसे आगे बढ़ाया जाए। इसी के चलते 30 साल पहले एक होटल शुरू किया था। इसके बाद दो और होटल शुरू किए। शहर में लगातार होटल इंडस्ट्री ग्रोथ कर रही है। यहां कई नामी होटल आ चुके हैं इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि हमें सेंट्रल में होने का लाभ मिल रहा है। कुछ और बड़े होटल शहर में आने की तैयारी कर रहे हैं। हम इस इंडस्ट्री को ग्रोथ देने के लिए लगातार बदलाव कर रहे हैं। हमारे ग्रुप की खासियत यह है कि हम मध्यप्रदेश के वेज फूड का सबसे बड़ा कंसेप्ट चला रहे हैं। हमारे पास सबसे ज्यादा वैरायटी है। वेज फूड को प्रमोट करने के लिए हमें केंद्र सरकार से अवार्ड भी मिल चुका है।
इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। राजेंद्र मेहता का कहना है लॉकडाउन में होटल इंडस्ट्रीज काफी प्रभावित हुई थी। इस दौरान हमने कर्मचारियों को स्थाई तौर पर होटल में ही रहने और खाने की सुविधा उपलब्ध कराई है। इससे हमारे कर्मचारी संक्रमण से बचे रहे। अब फिर से अच्छा समय शुरू हुआ है। धीरे-धीरे होटल और रेस्टोरेंट इंडस्ट्री ग्रोथ कर रही है। उम्मीद है कि कुछ समय में फिर से इन क्षेत्रों में अच्छी बढ़त मिलेगी।
राजेंद्र मेहता का कहना है कि इस समय सभी होटलों को अपनी सुविधाओं का प्रचार करना चाहिए और लोगों को जागरूक करना चाहिए कि वे सुरिक्षत जगह पर जा रहे हैं। लॉकडाउन के बाद से सभी होटल गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं। रेगुलर सैनिटाइज, तापमान की जांच, मास्क पहनना अनिवार्य किया हुआ है। लांड्री और अन्य सुविधाओं पर भी हम बारीकी से ध्यान दे रहे हैं। कर्मचारियों को भी रोजाना गाइड किया जा रहा है कि वे खुद का ध्यान रखें और कस्टमर को भी सुरक्षित बनाए रखने के लिए सभी नियमों का सख्ती से पालन करें।
लॉकडाउन में प्रशासन को सबसे पहले होटल हमने दिया
राजेंद्र मेहता कहते हैं कोरोना संक्रमण का प्रभाव शहर में जब सबसे ज्यादा था और लोगों को ठहराने में प्रशासन को परेशानी आ रही थी उस समय हमने आगे बढ़कर इंदौर प्रशासन को हमारे होटल उपयोग करने के लिए दिए थे। हमारा मकसद केवल व्यवसाय करना ही नहीं है बल्कि समाजसेवा भी है। चूंकि हम शहर के सबसे पुराने होटल ग्रुप में शामिल हैं इसलिए हमारा फर्ज बनता है कि शहर के लिए जो भी कुछ कर सकते हैं उसमें योगदान देते रहें। हम यह भी कोशिश कर रहे हैं कि शहर वेज फूड का सबसे बड़ा हब है। खाने के मामले में हम बहुत प्रसिद्ध हैं। इसका ध्यान रखकर सबसे बेहतर फूड देने की कोशिश करते हैं। हमारा स्टाफ बहुत व्यावहारिक है और अच्छी तरह से समझते हैं कि शहर के लोगों को किस तरह की सर्विस पसंद है। बाहर से आने वाले गेस्ट भी हमारी सर्विस लेने के बाद बहुत खुश होकर जाते हैं। इंटरनेशनल टूरिस्ट की संख्या बढ़ाने के लिए भी हम कोशिश कर रहे हैं।
कोरोना के कारण खाने की आदत में आया अंतर
राजेंद्र मेहता का कहना है कोरोना महामारी के कारण लोगों की खाने की आदत में बदलाव आया है। अब कई लोग वेज पर आ रहे हैं। 30 से 40 फीसदी लोग वेज फूड अपनाने के लिए बढ़े हैं। ऐसा शहर या भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर के देशों में देखने को मिल रहा है। वेज फूड को पसंद करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब होटलों को लोगों का विश्वास जीतने की जरूरत है। फिर से उन्हें होटल और रेस्टोरेंट तक लाने के लिए लोगों को बताने की जरूरत है कि वे फूड या अन्य सेवाओं में क्या गुणवत्ता देते हैं।
गूगल और अन्य माध्यमों पर लगातार जानकारी देते हैं
राजेंद्र मेहता का कहना है गूगल और अन्य सोशल मीडिया माध्यमों से भी हम जुड़े हैं और लगातार लोगों को जागरूक करने का काम करते हैं। हमारे संस्थान की वेबसाइट भी है और इससे कई तरह की जानकारी ले सकते हैं। दूसरे व्यवसायों को भी ऑनलाइन माध्यमों को अपनाना चाहिए और इसके जरिए बताना चाहिए कि उनकी खासियत क्या है। ऑनलाइन पेमेंट को भी हम बढ़ावा देते हैं। सभी तरह के डिजिटल पेमेंट स्वीकार करते हैं।