बिहार इलेक्शन प्रथम चरण की वोटिंग कल, आठ मंत्रियों के भाग्य का होगा फैसला:-
1 min readबिहार विधानसभा चुनाव में बुधवार को पहले चरण के तहत 71 सीटों पर मतदान होगा। कुल 1066 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें 114 महिला और 952 पुरुष हैं। आठ मंत्रियों की किस्मत का फैसला होना है। सोमवार की शाम प्रचार पर विराम लग गया। 28 अक्टूबर को सुबह आठ बजे से मतदान प्रारंभ हो जाएगा। गया जिले की इमामगंज सीट पर दो बड़े प्रोफाइल के नेता आमने-सामने हैं। राजद की ओर से पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी और हिदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) प्रमुख जीतन राम मांझी के बीच कांटे का मुकाबला है।
इस दौर में जिन आठ मंत्रियों की किस्मत तय होगी, उनमें भाजपा नेता एवं बिहार सरकार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, जदयू नेता एवं शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा भी शामिल हैं। अन्य मंत्रियों में जय कुमार सिंह, विजय कुमार सिन्हा, शैलेश कुमार, संतोष कुमार निराला, रामनारायण मंडल एवं बृजकिशोर बिंद हैं। बुधवार को 71 सीटों पर मतदान होने के कारण सोमवार की शाम प्रचार पर विराम लग गया|
कोरोना महामारी के दौरान देश में यह पहला आम चुनाव है। इसलिए पूरे देश की निगाहें लगी हैं। पहले चरण में 31 हजार 380 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। दो करोड़ 14 लाख से भी अधिक मतदाता अपने अधिकार का इस्तेमाल करेंगे। संक्रमण के खतरे को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने रैली, रोड शो और जनसंपर्क पर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। कई दल के नेता संक्रमित भी हुए। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं डिप्टी सीएम सुशील मोदी, चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडऩवीस, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, सांसद राजीव प्रताप रुडी, राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन शामिल हैं।
बिहार में राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) से अलग हटकर चुनाव लड़ रही लोजपा (लोक जनशक्ति पार्टी) के कई प्रमुख प्रत्याशियों की भी इसी दौर में परीक्षा होनी है। सबसे महत्वपूर्ण सीट दिनारा को माना जा रहा है, जहां से बिहार भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह दल बदलकर लोजपा की तरफ से भाग्य आजमा रहे हैं। उनके सामने राज्य सरकार के मंत्री एवं जदयू के वरिष्ठ नेता जयकुमार सिंह हैं। सासाराम से भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय मंत्री रामेश्वर चौरसिया को भी लोजपा ने टिकट थमा दिया है। पालीगंज सीट से लोजपा के टिकट पर लड़ रही पूर्व विधायक एवं भाजपा की पूर्व प्रदेश प्रवक्ता उषा विद्यार्थी को भी खुद को साबित करना है। सासाराम में चौरसिया का मुकाबला जदयू के अशोक सिंह से है, जबकि पालीगंज में उषा का मुकाबला जदयू के राजदवर्द्धन यादव से है।
प्रथम चरण में रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा बना है। महागठबंधन की ओर से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एवं रणदीप सिंह सुरजेवाला समेत तमाम नेता अपनी-अपनी सभी जनसभाओं में 10 लाख लोगों को नौकरी देने का वादा करते रहे। तेजस्वी यादव ने वादा किया कि महागठबंधन की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में ही दस लाख लोगों को नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके अलावा कृषि ऋण को माफ कर दिया जाएगा। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के जवाब में भाजपा की ओर से 19 लाख नौकरियों का दावा किया गया। चिराग सात निश्चय योजनाओं में भ्रष्टाचार का मुद्दा लगातार उठाते रहे।
पहले चरण में 375 प्रत्याशी करोड़पति हैं। यानी प्रत्येक तीसरा प्रत्याशी करोड़पति है। इनमें सबसे ज्यादा 41 में से 39 प्रत्याशी राजद के हैं। अनंत सिंह सबसे अमीर हैं। उनके पास 68 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। इसके अलावा बाहुबली नेता एवं मोकामा से राजद प्रत्याशी अनंत सिंह, लोजपा से इस्तीफा देकर तरारी सीट से निर्दलीय लड़ रहे सुनील पांडेय का दम भी इसी चरण में देखा जाएगा।
निर्वाचन कार्य में लगे वाहन मतदाता निजी वाहन से मतदान के लिए जा सकेंगे। लेकिन, निजी वाहन को मतदान केंद्र से दो सौ मीटर पहले रोकना होगा।
संपूर्ण जिला में मतदान की तिथि 28 अक्टूबर को निजी नौका के परिचालन पर रोक रहेगी। केवल निर्वाचन कार्य और आपातकालीन सेवा से जुड़े नौका का ही परिचालन होगा।
आपात सेवाओं जैसे एंबुलेंस, पानी टंकी, विद्युत की संकटकालीन सेवा, मिल्क वाहन, रोगी को अस्पताल ले जाने वाले वाहन के परिचालन की अनुमति होगी।
सार्वजनिक बस, जो निश्चित स्थानों के लिए निश्चित मार्गो पर चलाई जाती है।
चुनाव कार्य में लगे पुलिस पदाधिकारियों, पुलिस कर्मियों एवं सीपीएफ के उपयोग में आने वाले वाहन एवं उनके आग्नेयास्त्र।