इस महीने लगेगा साल का अंतिम चंद्र ग्रहण :-
1 min readइस महीने 30 तारीख को उपच्छाया चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। यह इस साल का अंतिम चंद्र ग्रहण होगा। ज्योतिषियों के अनुसार चंद्र ग्रहण वृषभ राशि और रोहिणी नक्षत्र में लगेगा। इस ग्रहण के दौरान मंदिर बंद नहीं किए जाएंगे क्योंकि इस ग्रहण का कुछ असर नहीं होगा। यह ग्रहण भारत, अमेरिका, प्रशांत महासागर, एशिया और ऑस्ट्रेलिया में दिखाई देगा।
ज्योतिषियों के अनुसार, चंद्र ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होगा। यह उपच्छाया चंद्र ग्रहण है, इसलिए सूतक काल नहीं माना जाएगा। वैसे इस दौरान शुभ कार्य नहीं होंगे और पूजा पाठ भी नहीं होंगे।
परिक्रमण करता हुए चंद्रमा जब पृथ्वी की कक्षा के समीप पहुंच जाए और पृथ्वी की स्थिति सूर्य और चंद्रमा के बीच ठीक एक लाइन में हो पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती हैं। चंद्रमा की ऐसी स्थिति को चंद्रग्रहण कहते हैं। इस स्थिति में चांद पर एक धुंधली सी परत नजर आती है और चांद के आकार पर कोई असर नहीं पड़ता है, जबकि वास्तविक चंद्र ग्रहण में चांद का आकार बदला हुआ दिखता है। उपच्छाया चंद्र ग्रहण ज्यादा प्रभावशाली नहीं होता है।
चंद्र ग्रह को मन-मस्तिष्क, माता एवं द्रव्य पदार्थ का कारक माना जाता है। चंद्र ग्रहण का मानव जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है। ऐसा माना जाता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान अत्याधिक पीड़ा से गुजरना पड़ता है इस वजह से वो अशुभ फल देता है। इस चंद्र ग्रहण का वृष राशि के जातकों पर विशेष प्रभाव देखने को मिलेगा। इस दौरान स्वास्थ्य और धन संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
उपच्छाया से पहला स्पर्श : 30 नवंबर 2020 की दोपहर 1.04 मिनट पर।
परमग्रास : 30 नवंबर की दोपहर 3.13 बजे।
उपच्छाया से अंतिम स्पर्श : 30 नवंबर की शाम 5.22 बजे।