एनएमडीसी प्रबंधन पर बेटियों ने लगाया भेदभाव का आरोप, महिला आयोग की अध्यक्ष से शिकायत :-
1 min readनगरनार स्टील प्लांट प्रभावित किसान परिवारों की बेटियों ने छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डाक्टर किरणमयी नायक से मिलकर शिकायत दर्ज कराई है। योगिता के नेतृत्व में स्टील प्लांट के श्रमिक नेता महेंद्र जान के साथ शनिवार सुबह यहां सर्किट हाउस में महिला आयोग की अध्यक्ष को को दिए गए शिकायत पत्र में एनएमडीसी, जिला पुनर्वास समिति पर बेटियों के साथ पुनर्वास को लेकर भेदभाव करने का आरोप लगाया गया है।
बेटियों का दावा है कि पिता की संपत्ति जमीन में बेटों के बराबर हिस्सेदारी मिलने के बाद स्टील प्लांट के लिए जमीन का अधिग्रहण कर मुआवजा राशि दी गई, लेकिन रोजगार देने में एनएमडीसी द्वारा आनाकानी की जा रही है। बेटियों की शिकायत पर आयोग ने महिला उत्पीड़न का मामला दर्ज करने की बात कही है। डाक्टर किरणमयी नायक ने इस मामले पर नईदुनिया से चर्चा में बताया कि आयोग एनएमडीसी, जिला प्रशासन को नोटिस जारी कर मामले पर जवाब मांगेगा।
अपनी पुश्तैनी जमीन के बदले नौकरी के लिए अपील करने वाली की संख्या 103 है। इनमें 20 लोगों ने अभी शिकायत दर्ज कराई है। जल्दी ही अन्य सभी बेटियां भी शिकायत दर्ज कराएंगी। योगिता, फुलमती बघेल, गरिमा मसीह, अरूणा पटनायक, ममता सेठिया, ऊषा, बसंती, अंजुषा पटेल, मनमती सेठिया, रंजीता सैतो, सेठिया राधा, धनेश्वरी, व्रिंदा, सुमित्रा सहित कई महिलाओं ने राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डा किरणमयी नायक से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। उनका कहना है कि कानून जब महिला- पुरुष में भेदभाव नहीं करता तो फिर एनएमडीसी प्रबंधन को ऐसा करने का क्या अधिकार है। उन्हें भी उनके हक की नौकरी जरूर मिलनी चाहिए।