उत्तर प्रदेश में विपक्ष का सुपड़ा साफ, रुझानों में भाजपा 6, निर्दलीय 1, सपा 0 :-
1 min readबिहार विधानसभा चुनाव और मध्य प्रदेश में उपचुनाव के नतीजों के बीच उत्तर प्रदेश की 7 विधानसभा सीटों के लिए भी उपचुनाव के परिणाम थोड़ी देर में जारी होंगे। अब तक के रुझानों के मुताबिक, भाजपा छह सीटों पर आगे चल रही है, वहीं एक सीट पर निर्दलीय को बढ़त है। यानी विपक्ष का सुपड़ा पूरी तरह साफ होता दिख रहा है। समाजवादी पार्टी को एक या दो सीट मिलने की उम्मीद थी, लेकिन बसपा और कांग्रेस की तरह उसका भी खाता नहीं खुल रहा है। ताजा खबर के मुताबिक, अमरोहा की नौगावां सादात सीट पर पासा पलट गया है। पहले राउंड की गिनते से आगे चल रहे समाजवादी पार्टी के जावेद आब्दी को भाजपा की संगीता चौहान ने पीछे छोड़ दिया है। अब तक संगीता चौहान को 24628, आब्दी को 24341, बसपा को 17147 तथा कांग्रेस को 1603 मिले हैं।
भाजपा प्रत्याशी टूंडला, देवरिया सदर, बांगरमऊ, बुलंदशहर, घाटमपुर में भी लगातार आगे चल रही है। जौनपुर के मल्हनी में बड़ा उलटफेर हो रहा है। यहां निर्दलीय धनंजय सिंह ने बढ़त बना ली है। यहां से विधायक रहे पारसनाथ यादव के बेटे लकी यादव दूसरे, बसपा के जेपी दूबे तीसरे तथा भाजपा के मनोज सिंह चौथे स्थान पर हैं। निर्दल धनंजय सिंह- 17684
सपा लकी यादव – 12303
भाजपा मनोज सिंह-6124
बसपा जय प्रकाश दुबे-5886
धनंजय सिंह सपा के लकी यादव से 5381 वोट से आगे चल रहे हैं।
इन नतीजों से यूपी की मौजूदा सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन यदि भाजपा विजयी होती है तो यह संदेश जरूर जाएगा कि लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कामकाज से खुश हैं। वहीं विपक्ष यदि बेहतर प्रदर्शन करता है तो उसे सरकार पर सवाल उठाने का मौका मिल जाएगा। वैसे एग्जिट पोल में 7 से पांच से छह सीट पर भाजपा की जीत का अनुमान लगाया गया है। समाजवादी पार्टी को एक या दो सीट मिल सकती है। देखना यह है कि बसपा और कांग्रेस खाता खोल पाते हैं या नहीं टूंडला विधानसभा सीट के उपचुनाव में अब फैसले को गिनती जारी है। ईवीएम में बंद मतदाताओं के फैसले से क्या कमल खिलेगा या फिर हाथी अब गंवाई हुई सीट पर फिर से चिंघाड़ भरने में कामयाब होगा, या साइकिल के सूरमा 18 साल पुराना इतिहास दोहराएंगे? दोपहर दो बजे तक जीत की तस्वीर लगभग साफ हो जाएगी। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जा रही है।
2017 में दो दशक बाद भाजपा ने टूंडला सीट में जोरदार वापसी की थी। विधायक बने प्रो.एसपी सिंह बघेल को कैबिनेट मंत्री बनाया गया। दो साल बाद आगरा सांसद बनने के बाद उनके इस्तीफे से सीट खाली हो गई। उपचुनाव के लिए वैसे तो मैदान में दस प्रत्याशी थे, लेकिन मतदान तक संघर्ष त्रिकोणीय होकर रह गया। तीन नवंबर को मतदान में 50.23 फीसद वोट पड़े थे। इसके बाद ईवीएम को टूंडला मंडी समिति स्थित स्ट्रांग रूम में रखवा दिया गया था। बुलंदशहर : जिले की सदर विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान हुआ था। मतदान के बाद आज सुबह 8 बजे नगर की नई मंडी परिसर में कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना शुरू कर दी गई है। सबसे पहले बैलेट पेपर की गिनती शुरू की गई है। इसके लिए 3 टेबल लगाए गए हैं। मतगणना की प्रक्रिया 28 राउंड में पूरी की जाएगी। मालूम हो कि सदर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में मुख्य दलों के साथ कुल 18 प्रत्याशी मैदान में है। मंगलवार सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा के बीच ईवीएम को प्रत्याशियों के समक्ष गोदाम से बाहर निकाला गया। उसके बाद मतगणना की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
उत्तर प्रदेश की जिन सीटों पर बीती 3 नवंबर को मतदान हुआ था उनके नाम हैं जौनपुर की मल्हनी, देवरिया की देवरिया सदर, उन्नाव की बांगरमऊ, फिरोजाबाद की टूंडला, अमरोहा की नौगांवा सादात, कानपुर नगर की घाटमपुर और बुलंदशहर सदर की सीट। इन उप चुनावों में भाजपा ने पूरा दम लगाकर प्रचार किया है। खुद मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की निगारनी में यह चुनाव लड़ा गया है। कांग्रेस पर भी पूरे देश की नजर है, क्योंकि पार्टी खाता नहीं खोल पाती है तो प्रियंका गांधी वाड्रा पर सवाल उठेंगे।