शहद का सेवन ज्यादा करने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ने की हो सकती है परेशानी
1 min readहत के लिए शहद के फायदों के बारे में हम बचपन से सुनते आ रहे हैं. ज्यादातर लोग इसके फायदों के बारे में जानते हुए ही शहद का सेवन कभी भी और किसी भी मात्रा में करते हैं.
जबकि शहद के ज्यादा सेवन करने से फायदे की जगह नुकसान भी काफी हो सकते हैं. आइये यहां जानते हैं कि शहद किस तरह से सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
शहद के ज्यादा सेवन से एलर्जी हो सकती है. जिन लोगों को पराग के कणों से एलर्जी है उनको शहद का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे एलर्जी और भी ज्यादा बढ़ने का खतरा रहता है. वहीं ज्यादा मात्रा में शहद के सेवन से एनाफिलेक्सिस नाम का एलर्जिक रिएक्शन भी हो सकता है.
ज्यादा मात्रा में शहद का सेवन करने से फूड पॉइजनिंग होने की दिक्कत भी हो सकती है. जिसके चलते पेट दर्द, दस्त, उल्टी जैसी दिक्कत हो सकती है. इसके साथ ही इसके सेवन से बच्चों में बोटुलिज्म पॉइजनिंग होने का खतरा भी हो सकता है.
शहद का ज्यादा सेवन पेट दर्द की दिक्कत पैदा कर सकता है. इससे पेट में ऐंठन और दस्त जैसी दिक्कत हो सकती है. शहद में फ्रुक्टोज की मात्रा पाई जाती है जो छोटी आंतों के पोषक तत्व को अवशोषित करने की कैपेसिटी क्षमता को बाधित कर सकता है. जो पेट में दिक्कत होने की वजह बन सकता है
शहद का सेवन ज्यादा मात्रा में करने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ने की परेशानी हो सकती है. शहद में कुछ मात्रा में फ्रुक्टोज होता है जिसकी वजह से डाइबिटीज़ के पेशेंट को शहद का सेवन नहीं करना चाहिए.
कभी भी शहद और देशी घी को समान मात्रा में एक साथ नहीं खाना चाहिए. ये ज़हर के समान है.
प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान भी शहद का सेवन ज्यादा मात्रा में नहीं करना चाहिए.
ज्यादा गर्म पानी में शहद मिलाकर कभी नहीं पीना चाहिए. इसके लिए नार्मल या हल्का गुनगुना पानी इस्तेमाल करें.
एक वर्ष से कम उम्र के बच्चे को शहद खिलाने से बचें. इससे बच्चों में बोटुलिज़्म का खतरा हो सकता है.
स्किन पर शहद का इस्तेमाल सीधे तौर पर कभी न करें बल्कि इसको गुलाब जल या दूध में मिला कर इस्तेमाल करें.