हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण गोबिंदसागर में डूबी बोट
1 min readहिमाचल प्रदेश में बारिश की वजह से गर्मी से राहत मिली है, लेकिन तूफान ने लोगों को परेशान किया है. शुक्रवार अलसुबह भी प्रदेश में बारिश और तेज हवा चली है. शिमला के मौसम विभाग केंद्र ने 6 जुलाई के लिए प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया है.
इससे पहले गुरुवार को बिलासपुर, सिरमौर और मंडी के कुछ इलाकों में भारी बारिश हुई. वहीं, शिमला में सीजन का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया है. यहां पारा 28.6 डिग्री सेल्सियस मापा गया है.
शुक्रवार दोपहर आए तेज तूफान में एक बोट चालक समेत भाखड़ा बांध के समीप गोविंद सागर झील में डूब गया. हादसे के बाद पानी में डूबे बोट और उसके चालक का पता नहीं चल पाया है. बीबीएमबी प्रबंधन और पुलिस ने पानी में डूबे बोट और उसके चालक की तलाश के लिए अभियान शुरू कर दिया है.
झील में लापता हुए बोट चालक की पहचान प्रदीप कुमार (28) और जगदीश राम गांव खुलमी के रूप में हुई है. डीएसपी अभिमन्यू ने बताया कि रात को रेस्क्यू ऑपरेशन रोका गया है
और शुक्रवार सुबह फिर से बचाव अभियान शुरू होगा. हादसे का शिकार हुआ बोट भाखड़ा के नजदीक गलुआ बस्ती के पास डूबा है. बोट पर सिर्फ चालक ही सवार था.
कांगड़ा के ज्वालामुखी में तेज बारिश होने के कारण बोहन चौक पर बड़ के पेड़ का एक बड़ा हिस्सा गिर गया, जिस कारण एक निजी होटल की चारदीवारी गिर गई और एक दुकान को भी नुकसान पहुंचा है.
देहरा मार्ग भी कुछ घंटों तक बाधित रहा. सोलन जिला के तहत कसौली क्षेत्र में सबसे ज्यादा 3.5 मिलीमीटर बारिश हुई. बिलासपुर जिला के तीन स्थानों में 2.5 मिलीमीटर बारिश हुई
जबकि मंडी जिला के तहत सुंदरनगर में बूंदाबांदी होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली. शिमला शहर के आसपास के क्षेत्रों में भी शाम 5 बजे के करीब बूंदाबांदी हुई.
शिमला में गुरुवार को अधिकतम पारा 28.6 डिग्री दर्ज किया गया. सूबे में ऊना में सबसे अधिक 42.5 डिग्री पारा रिकॉर्ड हुआ और यहां गर्मी से लोग बहुत ही ज्यादा परेशान दिखे.
इसके अलावा धर्मशाला, कांगड़ा, पालमपुर, हमीरपुर, बिलासपुर, चंबा और सोलन सहित कई शहरों में पारा 32 डिग्री से ज्यादा दर्ज किया गया. वहीं, सूबे में 8 जुलाई तक मौसम खराब रहेगा.