पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान इलाके में भीषण आतंकी हमले में 5 सुरक्षाकर्मियों की मौत
1 min readपाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान इलाके में शनिवार को हुए एक भीषण आतंकी हमले में 5 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि मारे गए 4 सुरक्षाकर्मी फ्रंटियर कोर के हैं, वहीं एक अन्य लेविस फोर्स का सब इंस्पेक्टर है।
यह वही इलाका है जहां पर तहरीक-ए-तालिबान (TTP) के आतंकी सक्रिय हैं और इमरान खान उनके साथ बातचीत का दावा कर रहे हैं। माना जा रहा है कि टीटीपी ने दो दिन पहले अपने एक कमांडर की पाकिस्तानी सेना के हाथों हुई मौत का बदला लिया है।
इस बीच टीटीपी ने ऐलान किया है कि उसने किसी तरह का सीजफायर घोषित नहीं किया है। इससे पहले पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया था कि टीटीपी ने संघर्ष विराम कर दिया है। आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मी अब इलाके में तलाशी अभियान चला रहे हैं।
पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों की यह हत्या ऐसे समय पर हुई है जब उत्तरी वजीरिस्तान में सक्रिय हाफिज गुल बहादुर के आतंकियों ने 20 दिन के सीजफायर का ऐलान किया है। इमरान सरकार इन्हें टीटीपी का सदस्य बता रही है लेकिन विशेषज्ञ इससे सहमत नहीं हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि ये दोनों ही अलग-अलग हैं। इससे पहले इमरान खान ने दावा किया था कि उनकी सरकार टीटीपी के सदस्यों के साथ बातचीत कर रही है। उन्होंने माना था कि अफगानिस्तान की तालिबान सरकार इस बातचीत में मदद कर रही है।
उधर, टीटीपी के प्रवक्ता मोहम्मद खुरासानी ने सीजफायर के दावों को खारिज किया है और अपने लड़ाकुओं से कहा कि वे पाकिस्तानी सेना और सरकार के खिलाफ हिंसक कार्रवाई जारी रखें।
तुर्की के टीवी चैनल TRT वर्ल्ड को दिए इंटरव्यू के दौरान इमरान खान ने दावा किया कि पाकिस्तानी तालिबानी समूह हमारी सरकार से शांति और समझौते के बारे में बात करना चाहते हैं। हम उनमें से कुछ से बात कर रहे हैं।
जब उनसे सवाल किया गया कि क्या वह तहरीक-ए-तालिबान से बात कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि TTP के कई धड़े हैं और उनमें से कुछ के साथ बात की जा रही है। उन्होंने यह नहीं बताया कि आत्मसमर्पण की बात की जा रही है या नहीं लेकिन कहा कि सुलह की बात चल रही है।
जब उनसे यह पूछा गया कि क्या अफगान तालिबान इसमें मदद कर रहा है? इस पर इमरान खान ने साफ कहा कि बातचीत अफगानिस्तान में हो रही है, तो उस आधार पर तालिबान मदद कर रहा है।
उनसे सवाल किया गया कि टीटीपी के कुछ समूहों से बात चल रही है कि वे अपने हथियार डाल दें, इस पर इमरान ने आगे जोड़ा कि फिर हम उन्हें माफ कर देंगे और वे आम नागरिक हो जाएंगे। उम्मीद है कि समझौता होगा।