May 3, 2024

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मुख्यमंत्री ने शारदीय नवरात्रि में महाअष्टमी एवं महानवमी के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं

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भवन निर्माण श्रमिकों का सहारा बनी सरकार

भवन और अन्य सन्निर्माण कार्यों से जुड़े श्रमिकों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध राज्य सरकार ने कई बड़े कदम उठाए हैं। उनको सरकार की योजनाओं से जोड़ने का बड़ा काम किया है। श्रमिकों के पंजीयन और नवीनीकरण में लिए जाने वाले शुल्क में छूट दी है। निर्माण कार्य की 40 प्रक्रियाओं में शामिल 73,61,327 श्रमिकों को 1 अप्रैल 2017 से 31 जुलाई 2021 तक पंजीकृत किया है।

        सरकार ने ऐसे निर्माण स्थलों जिनपर 10 या इससे अधिक निर्माण श्रमिक काम कर रहे हैं का पंजीकरण भी अनिवार्य किया है। रिहायशी भवनों की स्थिति में 10 लाख रुपये से अधिक लागत के भवनों पर इसी तरह का प्रावधान लागू किया है। श्रमिकों को लाभ देने की योजनाओं में शामिल करने के लिए सरकार ने 1 अप्रैल 2017 से 31 जुलाई 2021 तक ऐसे 1,23,625 निर्माण स्थलों का पंजीयन भी करा लिया है। जिससे अधिक से अधिक श्रमिकों को योजनाओं का लाभ दिया जा सके। गौरतलब है कि सरकार श्रमिकों को मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना प्रदान करने के साथ निर्माण कामगार मुत्यु, विकलांगता सहायता एवं अक्षमता पेंशन योजना का लाभ दे रही है। सरकार ने श्रमिकों के मेधावी बच्चों को पढ़ाने के लिए मेधावी छात्र पुरस्कार योजना चलाई है और संत रविदास शिक्षा सहायता योजना भी संचालित की है। श्रमिकों की कन्याओं के विवाह के लिए कन्या विवाह सहायता योजना भी बड़ा सहारा बनी है। श्रमिकों के परिवार को सुरक्षित और सुलभ जीवन यापन के लिए लगातार विभिन्न प्रयास करती चली आ रही है। सरकार का उद्देश्य समाज में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना है।

कोरोना में निकले नहीं, अब अखिलेश बन रहे जनहितैषी : सिद्धार्थनाथ

प्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर कड़ा हमला बोलते हुए कहा कि कोरोना संकट में ड्राइंग रूम से बाहर नहीं निकले अखिलेश यादव अब फाइव स्टार रथ पर सवार होकर जनहितैषी होने का ढोंग कर रहे हैं। एसी रथ में अब उन्हें बेड,दवाई और किसान की याद आ रही है। जबकि कोरोना कालखंड में खुद कोरोना पीड़ित होते हुए भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोगों के इलाज की व्यवस्था में दिनरात लगे रहे । भाजपा कार्यकर्ता भी कोरोना के दौर में प्रभावित लोगों की हर संभव सेवा में जुटे रहे । वहीं अखिलेश यादव और उनके कार्यकर्ता जनता से दूरी बनाये रहे और घरों में आराम फरमाते रहे ।

        अब चुनाव करीब आया है तो ऐशोआराम से सुसज्जित रथ से उन्हें जनता की फिक्र हो रही है। जनता भी उन्हें फिर उसी रथ से ड्राइंग रूम में वापस भेजने का मन बना चुकी है ।

        वित्तमंत्री खन्ना ने अखिलेश के गंगा-जमुनी सौहार्द वाले बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा सपा शासन में पश्चिम उत्तर प्रदेश दंगे की आग में झुलसता था । मुज़फ्फरनगर दंगे कइयों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था । लोगों को अपना घरबार छोड़कर पलायन तक करना पड़ा था । गुंडागर्दी और अपराध चरम पर था । कारोबार चौपट था । डर के मारे कोई उद्यमी उद्योग लगाने की हिम्मत नहीं करता था । आज योगी सरकार में पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित समूचे प्रदेश की तस्वीर बदल गयी है । योगी सरकार के साढ़े चार साल में एक भी दंगा नहीं हुआ । सत्ता संरक्षित गुंडो और माफिया की कमर तोड़ी गयी ।  गन्ना किसानों का 1.44 लाख करोड़ बकाये का रिकॉर्ड भुगतान हुआ, इसमें पिछली सरकारों का बकाया भी शामिल था । गेहूं और धान की खरीद का रिकॉर्ड भी योगी सरकार में बना है ।  सपा- बसपा राज में चीनी मिलें बंद कर औने-पौने दामों पर बेंची जाती थी । किसानों को अपना गन्ना खेत में जलाना पड़ता था । इसीलिए किसानों ने गन्ना बोना छोड़ दिया था ।          योगी सरकार ने तीन नयी चीनी मिलें स्थापित की । कुछ मिलों की पेराई क्षमता बढ़ायी गयी । यही वजह है गन्ने का रकबा बढ़ा है। किसान का पूरा गन्ना खरीदने के बाद ही मिल में पेराई बंद होती है।

        खन्ना ने कहा जो अपने परिवार का नहीं हुआ वह प्रदेश की जनता का कितना हितैषी होगा, इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है । जनता का विश्वास  केवल बात से नहीं हासिल हो सकता, बल्कि उसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह तपना पड़ता है। बिना भेदभाव सबके विकास से हासिल होता है।  उन्होंने कहा कि योगी ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने हर जिले का कई -कई बार

        दौरा  कर प्रदेश को बीमारू राज्य से निकाल कर विकास को रफ्तार दी । वरिष्ठ मंत्री खन्ना ने कहा कि पिछले दो चुनावों में गठबंधन का हस्र देखकर अखिलेश का भ्रम अकेले लड़ने पर भी दूर हो जाएगा। गंगा से जमुना तक के रथयात्रा सफर में विकास और कानून का राज दिखेगा।

श्री गोरखनाथ मन्दिर में शारदीय नवरात्र में चल रहे आदि शक्ति माॅ भगवती दुर्गा पूजन के अवसर पर आज प्रातः सप्तमी को माँ कालरात्रि देवी का पूजन एवं आरती प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ जी द्वारा सम्पन्न हुआ। सायंकाल परम्पूज्य गोरक्षपीठाधीश्वर महन्त योगी आदित्यनाथ जी महाराज द्वारा गौरी गणेश, वरूण, पीठ, यंत्र पूजन तथा मन्दिर में स्थापित माँ दुर्गा जी का विधिवत् पूजन, भगवान राम-लक्ष्मण-सीता का षोडसोपचार पूजन, भगवान कृष्ण एवं गोमाता का पूजन, नवग्रह पूजन, विल्व अधिष्ठात्री देवता पूजन, शस्त्र पूजन, द्वादस ज्योर्तिलिंग-अर्धनारीश्वर एवं शिव-शक्ति पूजन, वटुक भैरव, काल भैरव, त्रिशूल पर्वत पूजन दुर्गा सप्तसती एवं देवीपुराण के पाठ एवं वैदिक मंत्रों के साथ पं0 रामानुज त्रिपाठी वैदिक के नेतृत्व में सम्पन्न हुआ। सात्विक बलि के रूप में नारियल, गन्ना, केला, जायफर आदि का सात्विक बलि देकर पूज्य महन्त जी महाराज द्वारा शक्ति आराधना का कार्य सम्पन्न हुआ। अन्त में आरती एवं क्षमायाचना के बाद प्रसाद वितरण हुआ।

मुख्यमंत्री ने अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के अवध प्रान्त के अध्यक्ष व मा0 इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खण्डपीठ में अपर शासकीय अधिवक्ता श्री बाल गंगाधर त्रिपाठी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के अवध प्रान्त के अध्यक्ष व मा0 इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खण्डपीठ में अपर शासकीय अधिवक्ता श्री बाल गंगाधर त्रिपाठी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री जी ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

मुख्यमंत्री ने शारदीय नवरात्रि में महाअष्टमी एवं महानवमी के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने शारदीय नवरात्रि में महाअष्टमी एवं महानवमी के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जगत की समस्त व्यवस्थाओं को आदिशक्ति भगवती संचालित करती हैं। इनके अनंत रूप हैं। आदिशक्ति प्रधान नौ रूपों में नवदुर्गा बनकर सम्पूर्ण पृथ्वीलोक पर अपनी करुणा की वर्षा करती हैं। नवरात्रि में माँ के इन नौ रूपों का पूजन श्रद्धा एवं भक्तिभाव से किया जाता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नवरात्रि में माँ दुर्गा की आराधना मातृशक्ति के प्रति सनातन परम्परा के सम्मान का प्रतीक है। इसी क्रम में नवरात्रि में महाअष्टमी एवं महानवमी पर भक्तगण कन्या पूजन करते हैं। नवरात्रि का पर्व केवल व्रत और उपवास का नहीं, बल्कि नारी शक्ति और कन्याओं के सम्मान का भी पर्व है।
मुख्यमंत्री जी ने लोगों से महाअष्टमी एवं महानवमी के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन करने की अपील की है।

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