OLYMPIC: से पहले चोटों से जूझ रही हैं सायना नेहवाल
1 min readभारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी इस साल लगातार चोटों से जूझ रहे हैं जिससे उनकी टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए क्वॉलिफाई करने की तैयारियां और योजनाएं प्रभावित हुई हैं। भारतीय शटलर ने पिछले दो ओलंपिक में एक एक पदक जीता था। सायना नेहवाल ने लंदन ओलंपिक 2012 में कांस्य और पी वी सिंधु ने रियो ओलंपिक 2016 में रजत पदक हासिल किया था। ओलंपिक के क्वॉलिफाई करने का समय 19 अप्रैल 2019 से 26 अप्रैल 2020 तक है। रैंकिंग सूची 30 अप्रैल को प्रकाशित की जाएगी, जिससे स्थान तय होंगे।
प्रत्येक देश महिला एवं पुरुष वर्ग में अधिकतम दो खिलाड़ियों को उतार सकता है अगर दोनों खिलाड़ी विश्व रैंकिंग में शीर्ष 16 में शामिल हों तथा भारतीय खिलाड़ियों को इसमें जगह सुनिश्चित करने के लिए अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है। लेकिन चोटों के कारण सायना और समीर वर्मा जैसे शीर्ष शटलर की योजनाएं प्रभावित हुई हैं। सायना और समीर चोटिल होने के कारण इंडोनेशिया ओपन में भाग नहीं ले रहे हैं।
भारतीय खिलाड़ियों में इस साल केवल सायना ही खिताब जीत पाई है। अन्य खिलाड़ियों में केवल बी साई प्रणीत और किदाम्बी श्रीकांत ही खिताब के करीब पहुंचे थे। उन्होंने क्रमश: स्विस ओपन और इंडिया ओपन के फाइनल में जगह बनाई थी।
सायना सत्र के शुरू में अच्छी फॉर्म में दिख रही थी, लेकिन इसके बाद उन्हें पेट की समस्या से जूझना पड़ा जिसके कारण ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में उनका प्रदर्शन प्रभावित हुआ।
वह फिट होने के बाद अप्रैल में कुछ टूर्नामेंट में खेली लेकिन इसके बाद फिर चोटों से जूझती रही और इंडोनेशिया ओपन के लिए फिट नहीं हो पाई जिसमें वह तीन बार की विजेता है।
हैदराबाद की यह 29 वर्षीय खिलाड़ी पांव, टखना, कूल्हा और कलाई की चोट से परेशान रही जिसके कारण वह इस महत्वपूर्ण वर्ष में अभ्यास भी नहीं कर पाई। राष्ट्रीय कोच पी गोपीचंद ने पीटीआई से कहा, ”सायना थोड़ा चोटों से जूझ रही है लेकिन वह जापान में खेल सकती है। वह जुझारू खिलाड़ी है। वह ऐसी खिलाड़ी है जो हमेशा अपना शत प्रतिशत देती है।
पिछले साल विश्व टूर फाइनल में उप विजेता रहे समीर भी कंधे की चोट से जूझ रहे हैं। वह इंडोनेशिया ओपन में नहीं खेल पाये और उनका जापान में खेलना भी संदिग्ध है। किदाम्बी श्रीकांत के घुटने में सुदिरमन कप से तीन दिन पहले चोट लग गई थी, जिसके कारण उन्हें इस टूर्नामेंट से हटना पड़ा था। इस सप्ताह जकार्ता में वह दूसरे दौर से आगे नहीं बढ़ पाये।
पिछले साल अपने करियर की सर्वोच्च आठवीं रैंकिंग पर पहुंचने वाले एचएस प्रणय भी पेट की समस्या से जूझते रहे। उनकी बीमारी का पता चलने में काफी समय लग गया और उन्हें विभिन्न टूर्नामेंट से हटना पड़ा। वह अभी विश्व में 31वें नंबर पर हैं और शीर्ष 10 में शामिल होने की कोशिश में लगे हैं। सायना, सिंधु, श्रीकांत और समीर अब भी शीर्ष 16 में शामिल हैं और ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने की दौड़ में बने हुए हैं।