अस्पताल से 650 मरीजों का रेस्क्यू; वार्डों में भरा धुआं, एक्सरे यूनिट के पीछे हुआ था धमाका
1 min readपंजाब में अमृतसर मेडिकल कॉलेज कैंपस में स्थित गुरु नानकदेव अस्पताल (GNDH) में शनिवार दोपहर अचानक आग लग गई। एक्स-रे यूनिट के पीछे की ओर रखे दो ट्रांसफार्मरों में ब्लॉस्ट के बाद आग की ऊंची लपटें उठने लगीं। आग के कारण चारों तरफ धुआं ही धुआं फैल गया। अस्पताल के वार्डों में भर्ती 650 मरीजों को बाहर निकालकर सड़कों पर लाया गया।
दो घंटे बाद अब आग पर काबू पा लिया गया है। मरीजों को भी दोबारा वार्डों में शिफ्ट किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ अस्पताल की बिजली को दोबारा से शुरू करने के प्रयास में अस्पताल प्रशासन व बिजली महकमा जुट गया। सीएम भगवंत मान के आदेशों पर केबिनेट मंत्री हरभजन सिंह भी मरीजों का हालचाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे।
घटना दोपहर 2:00 बजे के करीब गुरु नानक देव अस्पताल में हुई। शनिवार होने के कारण OPD में मरीज नहीं थे, लेकिन अस्पताल के वार्डों में करीब 650 मरीज भर्ती हैं। OPD के पिछली ओर और एक्स-रे यूनिट के पास दो ट्रांसफार्मर लगे हैं। इनसे पूरे अस्पताल को बिजली सप्लाई हो रही है। दोपहर के समय इन ट्रांसफार्मरों में अचानक ब्लास्ट हुआ और आग लग गई। आग की लपटें काफी ऊपर तक गईं। ट्रांसफार्मरों के ठीक ऊपर स्किन वार्ड है। धुआं इतना ज्यादा था कि वार्ड के मरीजों को तुरंत बाहर निकालना पड़ा।
धुएं के कारण मरीजों को सड़कों पर लाया गया
आग ट्रांसफार्मरों पर लगने के कारण पूरे अस्पताल में धुआं फैल गया। मरीजों का धम घुटने लगा। इसके बाद सभी मरीजों को अस्पताल से बाहर सड़क पर लाया गया। एकदम मची भगदड़ के कारण कई मरीजों को खिड़कियां तोड़ बाहर निकाला गया।
दो घंटे बाद धधक रही आग पर काबू
घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौके पर पहुंच गईं। दो घंटे बाद आग पर काबू पा लिया गया। ट्रांसफार्मरों में ऑयल के कारण आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा था। मौके का जायजा लेने के लिए केंद्रीय मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ भी मौके पर पहुंचे। फिलहाल अब बिजली को दोबारा से शुरू करने के प्रयास में अस्पताल प्रशासन जुट गया है
फायर सेफ्टी मापदंडों के कारण आग काबू में
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया कि अस्पताल के फायर सेफ्टी सिस्टम के कारण ही आग पर काबू पाया जा रहा है। फायर सेफ्टी इंस्पेक्टर ने तुरंत ट्रांसफार्मरों की तरफ फायर बॉल्स फेंकी। फिलहाल मरीजों को बाहर निकाला गया है, लेकिन जैसे ही बिल्डिंग में धुआं कम होने लगेगा, मरीजों को दोबारा वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाएगा।