इमरान खान ने पाकिस्तान चुनाव आयोग के बाहर विरोध प्रदर्शन करने का किया ऐलान..
1 min readइमरान खान ने 4 अगस्त को पाकिस्तान चुनाव आयोग के बाहर विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। पूर्व पीएम ने कहा है कि वो चुनाव आयोग के बार प्रदर्शन करेंगे और चीफ इलेक्शन कमीश्नर सिकंदर सुल्तान राजा से इस्तीफे की मांग करेंगे। इस्लामाबाद में पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के सदस्यों को दिए अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि खैबर पख्तूंख्वां और पंजाब की असेंबली में सीईसी सिकंदर राजा के खिलाफ प्रस्ताव पास किया है। इन सूबों को सिकंदर के ऊपर को विश्वास नहीं रह गया है। इमरान खान ने इसका ऐलान पाकिस्तान चुनाव आयोग के ताजा फैसले के आने के बाद किया है।
चुनाव आयोग पर नहीं विश्वास
इमरान खान ने कहा कि चीफ इलेक्शन कमीश्नर को इस बात का हक नहीं रह गया है कि वो आगे कोई भी चुनाव करवाएं। अपनी स्पीच की शुरुआत में उन्होंने कहा कि अपने पीएम के कार्यकाल ने उन्होंने इस बात की पूरी कोशिश की कि चुनाव के लिए बेहतर से बेहतर वोटिंग मशीन इस्तेमाल की जाएं, जिससे चुनाव बिना किसी भय और पक्षपात के सुनिश्चित हो सकें। लेकिन सिंकदर ने अपने पद पर रहकर उनकी इस मेहनत पर पानी फेर दिया है। उन्होंने ये सुनिश्चित कर दिया है कि देश में केवल पीपीपी और पीएमएल-एन की सत्ता पर काबिज हो सकें।
उन्हें हराने के अपनाए हथकंडे
पंजाब का जिक्र करते हुए इमरान खान ने कहा कि उनके विरोधियों ने उन्हें हराने के लिए सभी हथकंडे अपनाए लेकिन आखिर में जीत उनकी ही हुई। इमरान खान ने दावा किया कि शहबाज सरकार से लोगों का विश्वास उठ चुका है। इस सरकार पर न सिर्फ देशवासियों का बल्कि बाहरी मुल्क भी इस पर विश्वास नहीं करते हैं। इसका जीता जागता उदाहरण आर्मी चीफ का अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) को कर्ज के लिए गुहार लगाना है। उन्होंने ये भी दावा किया कि पिछले सप्ताह आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा ने अमेरिका के उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमन से मुलाकात की थी और उनसे आईएमएफ से कर्ज दिलाने में मदद करने की अपील की थी।
सरकार हुई एक्सपोज
पूर्व पीएम ने कहा कि ये सरकार अपनी करतूतों की वजह से अब पूरी तरह से एक्सपोज हो चुकी है। ये सरकार पूरी तरह से नकारी और निकम्मी है। पीएम शहबाज शरीफ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि शहबाज कहते थे कि वो एक स्मार्ट इंसान हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि इस सरकार के आने के बाद देशवासियों को इस देश का भविष्य साफ दिखाई दे रहा है। शहबाज शरीफ की सरकार अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए बिना किसी रोडमैप और प्लान के ही सत्ता पर काबिज हो गई है। यही वजह है कि हमारी अर्थव्यवस्था दिवालिया होने की तरफ आगे बढ़ रही है। देश की जनता इस सरकार द्वारा रचे गए षड़यंत्र को भलीभांति जानती है। इमरान खान पाकिस्तान चुनाव आयोग के पीटीआई के खिलाफ आए फैसले से बौखलाए हुए हैं।