युवक का किया गया बहिष्कार, स्कूल प्रबंधक से लड़ाई होने पर में हुआ फरमान जारी.
1 min readइस बीच जसपुरा के एसपी शंकर बघेल ने कहा है कि पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है, जो भी घटना का जिम्मेदार पाया जाएगा उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। उत्तम कुजूर ने शुरूआत आइसक्रीम बेचकर की। बाद में मजदूरी की, किराने की दुकान चलाई। उसका कहना है कि उसकी तरक्की गांव के कुछ दबंगों को पसंद नहीं आई।
विवाद इलाके के एक स्कूल प्रबंधक से हो गया था। हालांकि, मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि युवक उत्तम कुजूर को समाज से सिर्फ इस वजह से निकाल दिया गया क्योंकि उसने गरीबी से निकलकर अपने बलबूते जिंदगी में कामयाबी हासिल की, मकान बना लिया, कार खरीद ली और अब शादी करने जा रहा है।दबंगों ने सामाजिक बैठक बुलाई और बिना किसी वाजिब वजह के उसका समाजिक बहिष्कार कर दिया।
समाचार एजेंसी एएनआइ ने युवक उत्तम के हवाले से बताया है कि गांव वालों के तालिबानी फरमान की वजह से ना तो उससे कोई बातचीत कर रहा है ना तो उसकी मदद कर रहा है। यही नहीं उससे बात करने वालों पर पांच हजार रुपये जुर्माने का फरमान भी सुना दिया गया है। गांव वालों के इस फैसले पर उत्तम कुजूर ने एसपी जशपुर सहित आला अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।