CAB के विरोध में IPS अधिकारी ने दिया इस्तीफा, महाराष्ट्र मानवाधिकार आयोग में थे तैनात
1 min readनागरिकता संशोधन बिल संसद में पास हो चुका है. उधर, इसके विरोध में असम में हिंसक प्रदशर्न जारी है. लोग सड़कों पर उतर आए हैं, कहीं पथराव किए जा रहे हैं तो कहीं आगजनी. सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. अब खबर है कि इस बिल के विरोध में एक IPS ऑफिसर ने इस्तीफा दे दिया है. जानकारी के मुकाबिक महाराष्ट्र मानवाधिकार आयोग में बतौर आईजीपी पोस्टेड अब्दुल रहमान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
बुधवार (11 दिसंबर) को ट्वीट कर रहमान ने कहा कि, ‘नागरिकता संशोधन बिल संविधान के मूल ढांचे के खिलाफ है. मैं इस बिल की निंदा करता हूं. सविनय अवज्ञा में मैंने कल से कार्यालय में उपस्थित नहीं होने का निर्णय लिया है. मैं आखिरकार अपनी सेवा से इस्तीफा दे रहा हूं.’
अगली ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘यह विधेयक भारत के धार्मिक बहुलवाद के खिलाफ है. मैं सभी न्यायप्रिय लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे लोकतांत्रिक तरीके से विधेयक का विरोध करें. यह संविधान की मूल विशेषता के खिलाफ है.’
PS अधिकारी ने अपने ट्वीट के साथ इस्तीफा भी पोस्ट किया है. जिसमें लिखा है, ‘मैंने VRS के लिए एक अगस्त 2019 को आवेदन किया था. इसके बाद 25 अक्टूबर 2019 को राज्य सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को मेरे VRS की सिफारिश भेजी थी, लेकिन गृह मंत्रालय ने इसे स्वीकार नहीं किया.’ इस रिजेक्शन को उन्होंने कोर्ट में भी चैलेंज किया था. इस मामले में कोर्ट का फैसला अभी आना बाकी है.