नागरिकता संशोधन कानून का भारत के मुसलमानों से कोई लेना-देना नहीं है।
1 min readइमाम बुखारी ने आगे कहा, ‘नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के बीच अंतर है. एक CAA है जो एक कानून बन गया है, और दूसरा NRC है जिसे केवल घोषित किया गया है।
‘विरोध प्रदर्शन करना भारत के हर नागरिक का अधिकार है, कोई भी हमें यह करने से रोक नहीं सकता है. लेकिन यह सबकुछ नियंत्रण में होना चाहिए. किसी प्रदर्शऩ की सबसे अहम बात यह होनी चाहिए कि हमें अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना चाहिए. हमें सीमाओं को नहीं लांघना चाहिए. ‘
हिंसक प्रदर्शनों पर जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने बड़ी बात कही है. इमाम बुखारी ने कहा है कि नागरिकता संशोधन विधेयक का इस देश में रह रहे मुसलमानों से कोई लेना-देना नहीं है. इमाम बुखारी ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को भी सलाह दी है प्रदर्शन नियंत्रण में होना चाहिए.