छह साल में 2830 पाकिस्तानियों को मिली भारत की नागरिकता.
1 min read95 हजार श्रीलंकाई शरणार्थी तमिलनाडु में रह रहे हैं। साल 1962-78 के बीच बर्मा में रहने वाले भारतीय मूल के दो लाख से ज्यादा लोग भागकर यहां आ गए । वे भारत के अलग-अलग हिस्सों में बसे हुए हैं। साल 2004 में, केंद्र सरकार ने गुजरात और राजस्थान के छह कलेक्टरों को नागरिकता देने संबंधी अधिकार सौंप दिए थे।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले छह साल में 912 अफगानिस्तानियों और 172 बांग्लादेशियों को भारत की नागरिकता दी गई है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि 1964 से 2008 के दौरान 4.61 लाख भारतीय मूल के तमिलों को भारत की नागरिकता दी गई है।
पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के करीब चार हजार लोगों को बीते छह साल में भारत की नागरिकता दी गई, जिसमें सैकड़ों मुस्लिम भी शामिल हैं। इस दौरान 2,830 पाकिस्तानियों को भी नागरिकता दी गई। यह जानकारी ऐसे में समय में सामने आई है, जब देश के अलग-अलग हिस्सों में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन चल रहे हैं।