ईरान के हमले के बाद डॉनल्ड ट्रंप बोले , ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, रूस और चीन को एकजुट होने की जरूरत
1 min readअमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने ईरान से जारी तनाव के बीच कहा है कि हम कभी उसे परमाणु ताकत नहीं बनने देंगे। डॉनल्ड ट्रंप ने अमेरिकी हमले में मारे गए ईरान के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी को आतंकी बताते हुए कहा कि उन्हें बहुत पहले ही मार देना चाहिए था। ट्रंप ने कहा, ‘हमारी सेना ने दुनिया के शीर्ष आतंकी कासिम सुलेमानी को मारा। उसने कई जघन्य हमलों की साजिश रची। आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह को उसने ट्रेनिंग दी थी। मिडिल ईस्ट में उसने आतंकवाद को बढ़ाने का काम किया। वह अमेरिकी अड्डों पर हमले की फिराक में था।’
डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के खिलाफ ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, रूस और चीन से साथ देने को कहा है. राष्ट्र के नाम संबोधन में ट्रंप ने कहा कि अब समय आ गया कि ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, रूस और चीन को सच्चाई को समझना चाहिए. साथ ही ईरान के साथ साल 2013 में की गई मूर्खतापूर्ण परमाणु डील को खत्म करना चाहिए.
इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप भी जड़ा. उन्होंने कहा कि ईरान आतंकवाद का प्रयोजक है. उसके परमाणु हथियार हासिल करने से दुनिया को खतरा पैदा हो जाएगा, जो हम कभी नहीं होने देंगे. ट्रंप ने कहा कि पिछले हफ्ते हमने दुनिया के सबसे बड़े आतंकी कासिम सुलेमानी को ढेर कर दिया था. वह अमेरिकियों के लिए खतरा बन गया था. सुलेमानी को बहुत पहले ही मार दिया जाना चाहिए था. सुलेमानी को मार कर हमने आतंकवाद को कड़ा संदेश दिया है.
डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार सुबह ईरान के मिसाइल हमले में किसी भी अमेरिकी सैनिक के हताहत न होने की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, ‘हमारे मिलिट्री बेसों पर बेहद कम नुकसान हुआ। किसी अमेरिकी की जान नहीं गई। हमारी सेना हर स्थिति से निपटने और जवाब देने में सक्षम है।’ ट्रंप ने कहा कि हम ईरान को परमाणु ताकत नहीं बनने देंगे। इस बीच ट्रंप ने ईरान पर नए आर्थिक प्रतिबंध लगाने की भी बात कही. उन्होंने कहा कि जब तक ईरान अपने व्यवहार में बदलाव नहीं करता है, तब तक उसके ऊपर प्रतिबंध लागू रहेंगे.