गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए, 4 घंटे की दूरी-कमर तक बर्फ में चले 100 जवान और 30 नागरिक
1 min readदेश की शान माने जाने वाली भारतीय सेना के लिए आज बड़ा दिन है. आज सेना दिवस है और हर कोई सेना के जवानों को सलाम कर रहा है. इस बीच जम्मू-कश्मीर के एक तस्वीर सामने आई है, जो दिखाती है कि सेना सिर्फ दुश्मनों को मारने के लिए ही नहीं बल्कि आम लोगों की मदद के लिए भी हर पल तैयार रहती है. जम्मू-कश्मीर में कमर तक बर्फीले रास्ते में चलकर सेना के 100 जवानों और 30 नागरिकों ने मिलकर एक गर्भवती को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया। भारी बर्फबारी के बीच जवानों ने यह साहस और जज्बा मंगलवार को दिखाया। दरअसल, गर्भवती शमीमा को प्रसव का दर्द शुरू हो गया। ऐसे में लोगों ने सेना को मदद के लिए बुलाया।
भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स की ओर से मंगलवार को बताया गया कि घाटी में इन दिनों भारी बर्फबारी हो रही है, जिसकी वजह से कमर तक बर्फ गिरी हुई है.
इस बीच शमीमा नाम की गर्भवती महिला को डिलीवरी होने वाली थी और तुरंत अस्पताल पहुंचाने की जरूरत थे. लेकिन जिस गांव में वह थीं, वहां पर ऐसी कोई सुविधा नहीं थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस वीडियो को ट्वीट किया और सेना के जवानों को सलाम किया. पीएम मोदी ने शमीमा और उनके बच्चे की अच्छी सेहत की कामना की.
सेना के बयान में बताया गया है कि चार घंटे तक भारी बर्फ में 100 सेना के जवान, 30 स्थानीय नागरिक कमर तक बर्फ में चलकर आए, गर्भवती महिला को स्ट्रेचर पर अस्पताल तक पहुंचाया गया. अस्पताल पहुंच कर महिला ने बच्चे को जन्म दिया. अब महिला, बच्चा दोनों ही सुरक्षित हैं.
आपको बता दें कि इन दिनों जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी हो रही है, यही कारण है कि जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. भारी बर्फ की वजह से सड़क-हाइवे बंद है और देश के अन्य हिस्सों से इसका संबंध टूट गया है.