नागरिकता कानून :लखनऊ सीएए और एनआरसी को लेकर खुले आसमान के नीचे महिलाओं का प्रदर्शन जारी
1 min readदिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर लखनऊ के घंटा घर पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं की संख्या रविवार को दिन चढ़ने के साथ ही बढ़ती जा रही है। शुक्रवार रात को शुरू हुआ प्रदर्शन 70 घंटे बाद भी जारी है। कड़ी ठंड और ओस भी उनका हौसला नहीं तोड़ पा रही है।
सीएए और एनआरसी के खिलाफ लगातार तीसरे दिन महिलाएं एतिहासिक घंटाघर पर डटीं रहीं। इन महिलाओं के साथ काफी संख्या में बच्चे भी हैं जो रात भर ओस और पाले में धरने पर बैठे हुए हैं। महिलाओं की मांगे है कि जब तक सरकार सीएए और एनआरसी के फैसले को वापस नहीं लिया जाएगा वे वापस नहीं जाएंगी। वहीं पुलिस महिलाओं को वहां से हटाने का हर संभव प्रयास कर रही है, आरोप है कि महिलाएं सर्दी से बचने के लिए जो कंबल और सामान लाई हैं वो देर रात छीना गया है। वहींं कंबल छीने जाने के आरोप का पुलिस ने पूरी तरह खंडन किया है।
वहीं, महिलाओं ने आरोप लगाया कि पुलिस उन्हें प्रदर्शन से हटाने के लिए तरह-तरह से परेशान कर रही है। पुलिस ने महिला शौचालय पर ताला डाल दिया और उनके कंबल तक छीन लिए साथ ही ठंड से बचने के लिए जलाए गए अलाव पर भी पानी डाल दिया। अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी महिलाओं के साथ उनके बच्चे भी हैं। महिलाओं का कहना है कि टेंट आदि की व्यवस्था कर रहे कुछ पुरुषों को भी हिरासत में लिया गया है जबकि पुलिस इन आरोपों को निराधार बता रही है।
धारा 144 लागू : पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने प्रदर्शन के चलते शांति व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका में कमिश्नरी क्षेत्र में धारा 144 भी लगा दी है।