8 बातें: लापता होने से शव मिलने तक का पूरा घटनाक्रम, CCD कैफे के मालिक सिद्धार्थ
1 min read1-मंगलुरु पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने बताया कि बुधवार तड़के शव को नदी में बहता हुआ देखा गया। शव को नदी से बाहर निकाले के बाद वेनलॉक अस्पताल भेज दिया गया है। पाटिल ने कहा कि इस संबंध में परिजनों को सूचित कर दिया गया है। रिपोर्टों के अनुसार, सिद्धार्थ का शव उल्लाल से पांच किलोमीटर की दूरी से बरामद किया गया, जहां उन्हें अंतिम बार देखा गया था।
2-सीसीडी के मालिक के ड्राइवर के बयान के बाद उनके नदी में कूदकर आत्महत्या करने की आशंका जताई जा रही थी। तट रक्षक दल और अन्य एजेंसियों के 200 से अधिक कर्मी मंगलवार सुबह से सिद्धार्थ की तलाश कर रहे थे। पुलिस के अनुसार, तट रक्षक बल, नौसेना, गोताखोर, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और वायु सेना के हेलिकॉप्टर को सिद्धार्थ की तलाश में लगाया गया था।
3- दक्षिण कन्नड़ जिले के उपायुक्त सेंथिल शशिकांत सेंथिल के अनुसार, ड्राइवर ने पुलिस से सम्पर्क करके उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई।
मेंगलुरु पुलिस के सूत्रों ने बताया कि सिद्धार्थ का फोन बंद होने से पहले उससे तीन कॉल किये गये थे। दो कॉल उनके निजी सचिव और एक कॉल उनके मुंबई के दोस्त को किया गया था। उनके लापता होने की खबर के बाद बेंगलुरु में लोग कृष्णा के घर पहुंचने लगे थे।
4- कनार्टक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा, कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार और बीएल शंकर भी कृष्णा के घर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने कृष्णा को उनके दामाद को ढूंढने के लिए हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया था। इस बीच सिद्धार्थ का एक पत्र सामने आया जिसमें उन्होंने एक आयकर अधिकारी द्वारा प्रताड़ति करने की बात कही है।
5- सिद्धार्थ पत्र में लिखा है कि वह इतनी मेहनत के बाद भी अपने कारोबार को ऐसा नहीं बना सके कि उससे बेहतर मुनाफा कमाया जा सके। इससे वह बेहद दुखी हैं।
6-उन्होंने लिखा है कि वह बस इतना कहना चाहते हैं कि उन्होंने मुनाफा कमाने के लिए हर संभव कोशिश की। उन्होंने कहा,“मैं उन सभी लोगों से माफी मांगना चाहता हूं जिन्होंने मुझ पर भरोसा जताया। मैं लंबे समय से लड़ रहा था लेकिन आज मैंने उम्मीद छोड़ दी है क्योंकि मैं इससे ज्यादा तनाव नहीं ले सकता
7- कॉफी डे एंटरप्राइजेज की कंपनी सचिव संजना पुजारी ने बीएसई और एनएसई को सूचित किया था कि कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सोमवार शाम से लापता हैं। कंपनी उनकी तलाश के लिए संबंधित अधिकारियों से मदद ले रही थी।