कम्बोडिया में चूहे बचा रहे इंसानो की जान चूहे बने हीरो
1 min readइन चूहों ने 170 बारूदी सुरंगों को खोजा. ये सुरंगे कई सालों से दबी हुई थीं और फटी भी नहीं थी. इनके फटने से लोगों और जानवरों के मरने का डर बना रहता था. इन सुरंगों को खोजकर नष्ट करने में चूहों को मात्र तीन महीने लगे. इन चूहों को बारूदी सुरंगें खोजने की ट्रेनिंग देती है एंटी पर्सनल लैंडमाइंस डिटेक्शन प्रो़डक्ट डेवलपमेंट. इस संस्था की शुरुआत 1997 में हुई थी. लेकिन बतौर अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संस्था के तौर पर इसका पंजीकरण 2017 में किया गया. इस संस्था की शुरुआत की थी बार्ट वीटजेंस ने.
इन्होंने देखा कि अफ्रीका के पाउच्ड रैट किसी भी तरह के बारूदी सुरंगों को खोजने में सक्षम हैं तो इन्होंने चूहों से बारूदी सुरंगें खोजने का प्रस्ताव रखा.
चूहों से अक्सर हमें किसी न किसी तरह की दिक्कत होती है. कभी वे कुछ काट देते हैं. कभी कोई सामान चोरी कर लेते हैं. कभी खाने-पीने की चीजें बर्बाद कर देते हैं लेकिन कंबोडिया में चूहे हीरो (Hero Rats) होते हैं. क्योंकि यहां चूहे हजारों लोगों की जान बचा रहे हैं. ने अपने चूहों की मदद से कंबोडिया, अंगोला, जिम्बाब्वे और कोलंबिया में बारूदी सुंरगों को खोजकर लोगों की जान बचाई है. अब तक इन चूहों ने इन देशों में करीब 1.38 लाख से ज्यादा बारूदी सुरंगें खोजी हैं. जनवरी 2019 में जारी किए गए के आंकड़ों को देखें तो इनके पास अभी 151 चूहे हैं.
इनमें से 26 सिर्फ प्रजनन का काम करते हैं. 53 चूहे बारूदी सुरंगों को खोजने के लिए प्रशिक्षित हैं. 39 चूहे रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए हैं. 10 रिटायर हो चुके हैं. 10 चूहों को अमेरिका के चिड़ियाघरों में शांतिदूत बनाकर भेजा जा रहा है