जौहर विश्वविद्यालय: के लिए जबरन जमीन कब्जाने के आरोप में आजम खां पर आज शनिवार को एक और केस दर्ज हुआ
1 min readआजम खां के साथ-साथ सीओ आले हसन और इंस्पेक्टर कुशलवीर सिंह पर भी केस दर्ज हुआ है। कुशलवीर सिंह बदायूं के सहसवान कोतवाली में तैनात हैं। तीनों के खिलाफ अजीमनगर थाने में आलियागंज के असरार ने रिपोर्ट दर्ज कराई है।रामपुर से सपा सांसद एवं पूर्व मंत्री मो. आजम खां के लिए बीता माह मुश्किलों से भरा था। वर्तमान में भी उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी उनको अपने घेरे में ले चुका है।
ईडी के लखनऊ जोन कार्यालय ने उनके खिलाफ जमीनों पर अवैध कब्जे को लेकर प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट 2002 (पीएमएलए) के तहत केस दर्ज किया है। इस मामले में फेमा के तहत भी जांच होगी। आरोप हैं कि जौहर विश्वविद्यालय के लिए विदेशों से चंदा लिया गया है।रामपुर में अब तक उनके विरुद्ध 60 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, जिसमें कई मुकदमे अवैध तरीके से जमीनें कब्जा करने के हैं।
इन्हीं मुकदमों के आधार पर जिला प्रशासन ने आजम को भू-माफिया घोषित करते हुए उनका नाम एंटी भू-माफिया पोर्टल पर भी दर्ज कर रखा है। उन पर लगातार यह आरोप लगता रहा है कि जौहर ट्रस्ट के माध्यम से संचालित मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए रामपुर में जमीनों पर अवैध कब्जा किया गया है। ईडी को रामपुर जिला प्रशासन से मिले दस्तावेजों के आधार पर कुछ जमीनों के बेनामी संपत्ति होने की भी जानकारी मिली है। यह भी पता चला है कि बड़े पैमाने पर लाखों की नगदी का लेन-देन हुआ।
ईडी अब इन्हीं बिंदुओं पर जांच आगे बढ़ाएगी।रामपुर के अजीम नगर थाने में दर्ज कराए गए मुकदमें में आरोप यह हैं कि आजम ने जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए गरीब किसानों की कृषि उपयोग की जमीनों को फर्जी दस्तावेजों के जरिया हथिया ली। इसमें कोसी नदी पर किया गया कब्जा भी शामिल है। नदी की इस जमीन पर अवैध कब्जे के मामले में एनजीटी ने भी एक जांच कमेटी गठित कर रखी है।