CM की मौजूदगी में रामलला को अस्थायी मंदिर में किया गया शिफ्ट
1 min readरामभक्तों के लिए आखिरकार वो शुभ घड़ी आ ही गई है जब रामलला त्रिपाल छोड़ अस्थाई मंदिर में शिफ्ट किए गए आपको बतादे की सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रामनगरी अयोध्या में भव्य निर्माण की तैयारी के बीच रामलला को शिफ्ट किया गया साथ ही यह भी बता दे की जब तक मंदिर निर्माण का काम पूरा नहीं होता, तब तक रामलला इसी मंदिर में रहेंगे इस मौके पर सीएम योगी ने मंदिर निर्माण के लिए अपनी ओर से 11 लाख रुपये का चेक दिया।
9 नवम्बर को सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद राम मंदिर का निर्माण सुनिश्चित होने के बाद इस घड़ी का इंतज़ार हो रहा था हालांकि जिस भव्य तरीक़े से ये कार्यक्रम होने की संभावना जताई जा रही थी, उसपर कोरोना ने पानी फेर दिया स्थानांतरण के कार्यक्रम के लिए सोमवार सुबह से ही रामलला के परिसर में अनुष्ठान होना शुरू हो गया था इसके लिए ऐसे में सरकार ने इसका सीधा प्रसारण कराने का फ़ैसला किया, ताक़ि राम भक्त घर बैठे स्थानांतरण देख सकें और अयोध्या जाने की कोशिश न करें कोरोना की वजह से अयोध्या में लॉकडाउन है।
ज़िले की सीमाएं सील हैं और ज़रूरी चीज़ों को छोड़कर बाक़ी सभी दुकानें बंद कराई गई हैं वही एक खास बात बता दे की रामलला चांदी के जिस सिंहासन पर विराजेंगे उसको श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य और अयोध्या राज परिवार के मुखिया बिमलेंद्र मोहन मिश्र ने अपनी तरफ से तैयार कराया है।
आज उन्होंने अपने आवास राजसदन में इसे ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के साथ पदेन सदस्य जिलाधिकारी अनुज कुमार झा की मौजूदगी में ट्रस्ट को समर्पित किया रामलला को वैकल्पिक गर्भ गृह में स्थापित करने की तैयारियों के बीच सोमवार को चांदी का सिंहासन भेंट किया गया।
9 किलो 500 ग्राम चांदी से निर्मित यह सिंहासन श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी एवं अयोध्या राज परिवार के मुखिया बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र ने राज सदन स्थित अपने आवास पर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को दान स्वरूप अर्पित किया। अयोध्या में करीब एक दर्जन वैदिक विद्वान रामलला को स्थानांतरण करने के लिए भूमि पूजन और अनुष्ठान कर रहे हैं और यह अनुष्ठान मात्र दो दिन ही चलेगा।