दीपिका त्रिवेदी मर्डर मामला गांव में छिपा कातिल, पुलिस जल्द राजफाश का कर रही दावा:-
1 min readराजधानी के दीपिका त्रिवेदी हत्याकांड का पुलिस सप्ताहभर बाद भी राजफाश नहीं कर सकी है। हालांकि, अब तक पुलिस की छानबीन में कातिल के गांव का होने का दावा किया जा रहा है। इंस्पेक्टर बंथरा ने भी करीबी द्वारा घटना को अंजाम देने की बात कही। इस मामले में अब तक दो दर्जन संदिग्धों से पुलिस छानबीन कर चुकी है। टावर से घटना में सक्रिय मोबाइल फोन नंबरों का भी डाटा लिया जा चुका है। कुछ संदिग्ध नंबर राडार पर हैं। पुलिस ने जल्द ही वारदात के राजफाश की बात कही है।
घटना से दो दिन पहले दीपिका के घर में काम करने गए मिस्री समेत कुछ अन्य संदिग्ध भी पुलिस के शक के दायरे में हैं। हालांकि, पुलिस अभी हत्यारोपितों का पता नहीं लगा सकी है। एडीसीपी मध्य चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि शक के दायरे में आये लोगों से पूछताछ की जा रही है। अलग-अलग टीमें हत्यारोपित की तलाश में लगी हैं। गौरतलब है कि 27 सितंबर को दीपिका की हत्या कर दी गई थी। बदमाशों ने लूटपाट के बाद वारदात को अंजाम दिया था।
जाते-जाते बदमाश नागेश्वर मंदिर से आभूषण जड़ित चांदी का मुकुट और दानपात्र भी लूट ले गए थे। बाद में गांव के बाहर खाली दानपात्र मिला था। पुरोहित दीप नारायण के दो पत्नियां दीपिका और कुसुमा हैं। रविवार रात वह कुसुमा और चार बच्चों के साथ गांव में ही हनुमान मंदिर के चबूतरे पर लेटे थे। दीपका घर में अकेले थीं। देर रात घर के पीछे की पक्की दीवार काटकर अंदर घुसे बदमाशों ने दीपिका की हत्या कर दी। पति ने गला दबाकर लूटपाट के बाद हत्या की बात कहकर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई थी, जबकि रिपोर्ट से पहले बंथरा पुलिस ने दीपिका के शरीर पर कोई चोट के निशान न होने की बात कहकर पूरे मामले को दबाने का प्रयास किया था।