पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बोले सिख दंगे पर अगर गुजराल की मानी होती बात तो टल सकता था 1984 का दंगा…
1 min readपूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि 1984 का सिख विरोधी दंगा टाला जा सकता था अगर स्वर्गीय इंन्द्र कुमार गुजराल की जल्द से जल्द सेना को बुलाने की मांग मान ली जाती तो गुजरात के 100 जन्मतिथि पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ,मनमोहन सिंह ने कही ये बातें
वही साथ में या भी कहा की “जिस वक्त 1984 की घटना हुई, गुजराल का काफी उदास होकर शाम को गृह मंत्री पीवी नरसिम्हा राव के पास गए और कहा कि स्थिति काफी भयावह हो चुकी है और यह जरूरी है कि जल्द से जल्द सेना बुलाई जाए। अगर ये सलाह मान ली जाती तो शायद 1984 में जो नरसंहार हुआ था वह टाला जा सकता था।”
मनमोहन सिंह ने कहा “आईके गुजराल और वे दोनों ही पाकिस्तान से आए थे जो बाद में भारत के प्रधानमंत्री बने। उन्होंने कहा- गुजराल जी और मैं दोनों ही पाकिस्तान के झेलम जिले में पैदा हुए और एक लंबा सफर हम दोनों ने एक साथ तय किया
मनमोहन सिंह ने कहा, “इंद्र कुमार गुजराल सिख दंगे से पहले के माहौल को लेकर बेहद चिंतित थे और रात में तत्कालीन गृहमंत्री नरसिम्हा राव के पास गए थे। गुजराल ने नरसिम्हा राव को सलाह दी थी कि हालात बेहद गंभीर हैं लिहाजा सरकार को जल्द से जल्द सेना को बुलाना चाहिए और तैनात करना चाहिए। अगर गुजराल की सलाह को नरसिम्हा राव ने मान लिया होता, तो 1984 का सिख नरसंहार टल सकता था।“
गौरतलब है कि 1984में सिख सुरक्षाकर्मियों के हाथों तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देशभर में सिख विरोधी भड़क उठे थे, जिनमें से करीब 3000सिखों की जान भी चली गई। वही दिल्ली में दंगों का असर सबसे ज्यादा देखने को मिला था। कहा जाता है कि 3000 में से 2700 सिखों की हत्या दिल्ली में ही हुई थी। स्वतंत्र स्रोतों से अनुमान है कि मौतों की संख्या लगभग 8000 17000 थी